18. साधु के २८ मूलगुण
साधु के २८ मूलगुण (अन्तर-ग्रंथों में) मूलाचार में २८ मूलगुणों के नाम- पंचय महव्वयाइं समिदीओ पंच जिणवरुद्दिट्ठा।पंचेविंदियरोहा छप्पि य आवासया लोओमूलाचार पूर्वार्ध पृ. ५। ।।२।।आचेलकमण्हाणं खिदिसयणमदंतघंसणं चेव।ठिदिभोयणेयभत्तं मूलगुणा अट्ठवीसा दु।।३।। अर्थ – पाँच महाव्रत, पाँच समिति, पाँच इन्द्रियों का निरोध, छह आवश्यक, लोच, आचेलक्य, अस्नान, क्षितिशयन, अदन्तधावन, स्थितिभोजन और एकभक्त ये अट्ठाईस मूलगुण जिनेन्द्रदेव ने…