लम्बे लोग ज्यादा चुस्त होते हैं /> left”20px”]] /> right “20px”]] अक्सर कहा जाता है कि छोटे कद के लोगों का दिमाग भी उनके कद की तरह छोटा होता है और लम्बे लोग ठिगने लोगों की अपेक्षा ज्यादा कमाई करते हैं। साथ ही यह धारणा भी है कि ईश्वर ने लम्बे लोगों को चुस्त दिमाग…
फैशियल योगा हम अपना चेहरा चमकाने के लिए ब्यूटी पार्लर के मोहताज होते हैं या फिर कुछ घरेलू उपचार का सहारा लेते हैं। यहाँ तक कि आधुनिक तकनीक से बोटोक्स की भी शरण में चले जाते हैं। यहाँ प्रस्तुत है कुछ ऐसे उपाय जिसके लिए ना महंगी दवाई की जरूरत है, ना ही पेâसपैक और…
रोग एवं दवाइयाँ गर्भिणी स्त्री (गर्भावस्था) में बवासीर हेतु गर्भ की अवस्था में स्त्री को शौच (पाखाना) साफ होता रहे यह ध्यान रखना चाहिए। इस हेतु मुनक्का (बड़ी दाख) बीजेें निकालकर २५० ग्राम जल में धीमी अग्नि से उबालो चौथाई शेष रहने पर उतार कर मसलकर छानकर मिला दो। इससे दस्त होता है। ताकतवर भी…
रोग एवं दवाइयाँ हकलाना या तुतलाना १. कल्याणक चूर्ण— हल्दी, बालबच (मीठी बच) छोटी पीपल, सौंठ, जीरा, अजमोद, मलैठी, मीठा कूठ, सम—भाग लेकर सभी पीसकर छानकर रखें। इसे घी अथवा सीरा के साथ एक आना भर की खुराक दिन में ३ बार खिलाएँ। (ऊपर से पानी न दें।) २. कुलंजन (पान की जड़) को पीसकर…
रोग एवं दवाइयाँ विभिन्न रोगों के घरेलू उपचार – ३! दन्तोद्भेद एवं विधियाँ एक मनुष्य के ३२ दाँत होते हैं इनके दो विभाग हैं— १. सकृज्जात— यह केवल एक निकलते हैं तथा अपने स्वरूप में वृद्धि पाते है। इनकी संख्या ८ काश्यप संहिता मेें बताई गई है इसमें ४ बुद्धिदन्तों का समावेश कर लेना चाहिए।…
विभिन्न रोगों के घरेलू उपचार – २! कच्ची हर्र १.कच्ची हर्र बहुत ही उपयोगी है। इसका एक चम्मच चूर्ण गर्म जल के साथ लेने से पाखाना (शौच) साफ होता है। २. भुनी हुई हर्र के एक चम्मच चूर्ण में थोड़ा सेंधानमक और अजवान मिलाकर लेने से पाचन शक्ति बढ़ती है।पेट के कीटाणु नष्ट होते हैं।…
अखबारों के माध्यम से लू से न हों लस्त इन दिनों देश के अनेक भागों में गर्मियों का मौसम उफान पर है। मौजूदा मौसम में शरीर के प्रति लापरवाही बरतने पर लू लगने की समस्या उत्पन्न हो जाती है, लेकिन कुछ सजगताएं बरतकर आप लू को शिकस्त दे सकते हैं । जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा…
सगाई से विदाई — कैसे हो तैयारी अधरों पर मुस्कान मधुर है, मन में ढेर सारे अरमान, मधुर स्वप्न से सजीली रातें ,गूंजेगें अब मंगल गान| दो परिवार मिले आपस में, दो दिलों ने प्रीत बढ़ाई, ऐसी योजना बने आपकी, यादगार हो जाये विदाई। सगाई की अंगूठी पहनते ही जीवन साथी भविष्य के मधुर स्वप्न…
कषायों का बोझ एक आदमी था। वह एक महात्मा के पास गया और बोला—महाराज, मैं ईश्वर के दर्शन करना चाहता हूँ , वर दीजिये। महात्मा ने कहा— कल सवेरे आना। अगले दिन वह आदमी महात्मा के पास पहुँचा तो महात्मा ने उसे पांच—पांच पत्थर दिये और कहा— इन्हें एक गठरी में बांधकर सिर पर रखो…