जिन-श्रुत-गुरु-सिद्ध-रत्नत्रयस्नपनविधि( पं. आशाधरसूरिविरचित)
जिन-श्रुत-गुरु-सिद्ध-रत्नत्रयस्नपनविधि(पं.आशाधरसूरिविरचित)
जिन-श्रुत-गुरु-सिद्ध-रत्नत्रयस्नपनविधि(पं.आशाधरसूरिविरचित)
‘जम्बूद्वीप ज्ञानपीठ’ पर ब्र. भाई जी का आरोहण पूज्य १०५ क्षुल्लक श्री मोतीसागर जी महाराज (मुनि श्री मोतीसागर जी के रूप में सल्लेखना प्राप्त) के पश्चात् ‘जम्बूद्वीप ज्ञानपीठ’ का कार्यभार आदरणीय ब्रह्मचारी रवीन्द्रकुमार भाई जी के सबल कंधों को सौंपा गया है। वह चारित्रचन्द्रिका परमपूज्य गणिनी आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती जी द्वारा उठाया गया स्वागत योग्य…
शुभकामना संदेश धर्मनिष्ठ, कर्मनिष्ठ, गुरुभक्तपरायण, असीम शक्ति के धनी, अद्भुत कार्यक्षमता से युक्त, जम्बूद्वीप धर्मपीठ के पीठाधीश स्वामी रवीन्द्रकीर्ति जी महाराज ने अपनी पूर्व अवस्था में भी ब्र. रवीन्द्र कुमार जी के रूप में भारत में नहीं अपितु विश्व में धर्मध्वजा फहरायी है। पीठाधीश क्षुल्लकरत्न श्री मोतीसागर जी महाराज के १० नवम्बर को समाधिमरण के…
शुभकामना संदेश माता रत्नमती की कुक्षि कुछ ऐसी विलक्षण थी कि जिसने भी उससे जन्म लिया, वह विशिष्ट हो गया। परमपूज्य ज्ञानमती माताजी के सहोदर भाई बाल ब्र. रवीन्द्र कुमार जी भी ऐसे ही अहोभाग्य व्यक्तियों में हैं, जिन्होंने जन्म से तो यह सौभाग्य ‘देव’ का प्राप्त किया ही, अपितु ‘पुरुषार्थ’ से भी दृढ़ मेहनत…
आदर्श व्यक्तित्व ब्रह्मचारी श्री रवीन्द्र कुमार जैन का जैन संस्कृति के गौरव जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर के पीठाधीश बनना धर्म और समाज दोनों ही दृष्टि से महत्वपूर्ण है। जम्बूद्वीप ऐसी धरोहर है, जो सम्पूर्ण विश्व में जैनधर्म-संस्कृति की यशोगाथा गा रही हैं इतनी विशाल और विश्व विख्यात जम्बूद्वीप प्रतिकृति का संरक्षण और संवर्धन कोई प्रज्ञा और प्रतिभा…
सादर वंदन भाई जी ने सदैव हमारे लिए एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करके हमें सदा आगे बढ़ाने का प्रयास किया है। बहुत ही युवा अवस्था से हम पूज्य माताजी के संघ व संस्थान के साथ जुड़े हुए हैं और अपने जीवन की उन्नति का हर पल, हर क्षण हमनें पूज्य माताजी के आशीर्वाद से पाया…
शुभकामना संदेश -डॉ. अनुपम जैन, इंदौर (निदेशक-गणिनी ज्ञानमती शोधपीठ) आकर्षक युवा व्यक्तित्व, असीम ऊर्जा, दूरदृष्टि, धर्म और समाज के प्रति पूर्ण समर्पण की भावना के स्वामी कर्मयोगी ब्र. रवीन्द्र कुमार जी अब बन गये हैं स्वस्ति श्री कर्मयोगी पीठाधीश श्री रवीन्द्रकीर्ति स्वामी जी। सन् १९८० में मेरी प्रथम मुलाकात भाई जी से हुई थी और…
बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री रवीन्द्रकीर्ति जी स्वामी प्रतिष्ठाचार्य पं. नरेश कुमार जैन, जम्बूद्वीप स्वस्तिश्री रवीन्द्रकीर्ति स्वमाी जी दिगम्बर जैन समाज के एक ऐसे रत्न हैं, जिन्होंने अपना सारा जीवन समाज, गुरु एवं धर्म सेवा में समर्पित करके एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। स्वामी जी ने परमपूज्य गणिनीप्रमुख आर्यिका श्री ज्ञानमती माताजी के…
शुभकामना संदेश अशोक सिंघल, (संरक्षक-विश्व हिन्दू परिषद) पूज्या ज्ञानमती माताजी द्वारा कर्मयोगी ब्र. रवीन्द्र कुमार जैन को जम्बूद्वीप धर्मपीठ का नूतन पीठाधीश बनाकर उन्हें स्वस्तिश्री कर्मयोगी पीठाधीश रवीन्द्रकीर्ति स्वामी जी के नाम से अलंकृत किया गया है, यह जानकर हार्दिक प्रसन्नता हुई। पूज्य रवीन्द्रकीर्ति स्वामी जी के पदारोहण के उपलक्ष्य में ‘‘सम्यग्ज्ञान मासिक पत्रिका’’ का…
विनयांजलि -पं. प्रवीणचंद जैन, जम्बूद्वीप कुंडलिया छंद (१) स्वामी रवीन्द्रकीर्ति का हो रहा मंगल गान। जैन धर्म की बन गये, अजब निराली शान।। अजब निराली शान, पताका सब दिशि छाई। बड़े प्रेम से कहते तुमको, सब जन भाई।। गणिनी ज्ञानमती माता ने दिया आशीष अनोखा। जगह-जगह सम्मान हो रहा स्वामी रवीन्द्र कीर्ति का।। (२) बाल…