एकांकी (प्रथम भाग) पढ़ें
इसमें तीन कथानक लघु नाटिकाओं के रूप में प्रस्तुत किये गए हैं | १- दृढसूर्य चोर एवं णमोकार महामंत्र का प्रभाव, २- अहिंसा की पूजा { यमपाल चांडाल की दृढ प्रतिज्ञा } ३- सती चंदना | इसको पढ़ने से आगम के अनुसार सारा कथानक ज्ञात होकर तत्संबंधित शिक्षा प्राप्त होती है क्योंकि नाटक एक ऐसा माध्यम है जिससे सहज ही उस विषय का ज्ञान हो जाता है |