वर्तमान में निर्दोष मुनि
५. वर्तमान में निर्दोष मुनि इस युग में निर्दोष साधु समुदाय रहेगा कुंदकुंदादि निर्ग्रन्थाचार्य स्वयं पंचमकाल में हुए हैं, और उन्होंने स्वयं पंचमकाल में निर्दोष मुनियों का अस्तित्व सिद्ध किया है- भगवान श्री कुन्दकुन्ददेव कहते हैं- ‘‘इस भरतक्षेत्र में और पंचमकाल में आत्मस्वभाव में स्थित होने पर साधु को धर्मध्यान होता है। जो इस बात…