ऋषभदेव भगवान- आदिनाथ भगवान २४ तीर्थंकर में से प्रथम तीर्थंकर है”आदिनाथ भगवान ने 1 वर्ष 39 दिन का योग निरोध लिया था” 1 वर्ष 39 दिन के पश्चात हस्तिनापुर के श्रेयांस रानी सोमप्रभ के द्वारा विधि मिलने पर पड़गाहन हुवा” राजा श्रेयांस रानी सोमप्रभ ने प्रथम आहार इक्षु रस का दिया” तभी से यह अक्षय…
आदिनाथ भगवान २४ तीर्थंकर में से प्रथम तीर्थंकर है”आदिनाथ भगवान ने 1 वर्ष 39 दिन का [[योग निरोध]] लिया था” 1 वर्ष 39 दिन के पश्चात हस्तिनापुर के [[श्रेयांस]] रानी [[सोमप्रभ]] के द्वारा विधि मिलने पर पड़गाहन हुवा” राजा श्रेयांस रानी सोमप्रभ ने प्रथम आहार इक्षु रस का दिया” तभी से यह [[अक्षय तृतीया]] पर्व…
[[वीरसागर महाराज]]-बीसवीं सदी के प्रथमाचार्य श्री [[शांतिसागर महाराज]] के प्रथम पट्टाचार्य श्री वीरसागर महाराज थे”भारत की सर्वोच्च साध्वी गणिनी प्रमुख श्री [[ज्ञानमती माताजी]] ने वीर सागर महाराज से दीक्षा प्राप्त की थी”