मेधावी!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेधावी–Medhavi. Wise, Intelligent, Name of a disciple of Jinchandra Bhattarak who wrote a treatise ‘Dharma Sangrah Shravakachara’ बुद्धिमान, भट्टारक जिनचंद्र के शिष्य एवं धर्म संग्रहश्रावकाचार केकर्त्ता(ई. सन1462–1484)”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेधावी–Medhavi. Wise, Intelligent, Name of a disciple of Jinchandra Bhattarak who wrote a treatise ‘Dharma Sangrah Shravakachara’ बुद्धिमान, भट्टारक जिनचंद्र के शिष्य एवं धर्म संग्रहश्रावकाचार केकर्त्ता(ई. सन1462–1484)”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेधा–Medha. Mental power, Intelligence, judgement power. बुद्धि, धारणा शक्ति, जिसके द्वारा पदार्थ जाना जाता है उस अवग्रह का नाम मेधा है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेदार्य–Medarya. Name of the 10th chief disciple of Lord Mahavira. तीर्थंकर महावीर के 10वे गणधर का नाम”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेढ़ासम श्रोता–Medhasam Shrota. See – Meshasam Shrota. देखे– मेषसम श्रोता”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेचक–Mechak. Soul with different stages. अनेक अवस्था रूप होना जैसे आत्मा कंथचित मेचक है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेघरथ– Meghrath. Past birth name of Lord Shantinath. पुष्कलावती देश में पुण्डरीकिणी नगरी के राजा घनरथ का पुत्र जो शांतिनाथ भगवान् के पूर्व का दूसरा भाव है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेघमालिनी–Meghamalini. A ruling female divinity of Himkut (a summit) of Nandan forest. नन्दनवन के हिमकूट की स्वामिनी दिक्कुमारी देवी”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रवीन्द्र कुमार बह्यचारी – गणिनिप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी के एक प्रमुख षिश्य जम्बद्वीप रचना हस्तिनापुर के प्रमुख स्तम्भ।सन् 1972 में आजन्म ब्रहमचार्य व्रत लेकर क्रमष घर्मक्षेत्र में अथक परिश्रम करके माताजी की प्रेरणा से जम्बुद्वीप हस्तिनापर, तपस्थली प्रयाग, कुण्डलपुर, मांतुगा, अयाध्या एवं अनेक तीर्थ क्षेत्रो का विकास करते हुए जैन धर्म की संस्क्ति का…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रविषेण – वि सं 734 में पùपुराण के रचियता एक आचार्य। Ravisena- name of an Acharya who wrote Jain Ramayan called as ‘Padmapuarn’