सत्त्व!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्त्व – Sattva. Earth, Water, Fire & Air are called Sattva. पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु- इन चार को सत्त्व कहते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्त्व – Sattva. Earth, Water, Fire & Air are called Sattva. पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु- इन चार को सत्त्व कहते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्यशासनपरीक्षा – Satyashaasanaparikshaa. Name of a treatise written by Acharya Vidyanandi. आचार्य विद्यानंदि (ई. 775-840) द्वारा रचित संस्कृत भाषा बद्ध न्यायविषयक ग्रंथ ” इसमें न्याय पूर्वक जिनशासन की स्थापना की गयी है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्य महाव्रत – Satya Mahaavrata. Great vow of true speech (right speaking according to text). राग द्वेष या मोह से प्रेरित जैन साधुओं द्वारा सब प्रकार के झूठ वचनों का त्याग करना और आगम के अनुरूप बोलना सत्य महाव्रत है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्यवचन योग – Satyavacana Yoga. Vibration in soul points caused by true speech. सत्य वचन के 4 भेदों में एक भेद ” सत्य वचन की प्रवृत्ति से आत्मा के प्रदेशों का सकम्प होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्यमित्र – Satyamitra. Name of the 41st chief disciple of Lord Risabhdev. भगवान ऋषभदेव के 41वें गणधर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्यमनोयोग – Satyamanoyoga. Vibration in soul points for having right knowledge. मनोयोग के 4 भेदों में एक भेद ” यथार्थ पदार्थों के ज्ञान उत्पन्न करने की शक्ति के लिए भाव मन की चेष्टा रूप योग से आत्मप्रदेशों का सकम्प होना सत्य मनोयोग है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्यभामा – Satyabhaamaa. The daughter of Vidhyadhar King Suketu, she was married to Shrikrishna. विद्याधर राजा सुकेतु एवं रानी स्वयंप्रभा की पुत्री ” इसका विवाह श्रीकृष्ण से हुआ, सुभानु इसका पुत्र था ” अंत में दीक्षा धारण की “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्यप्रवाद – Satyapravaada. A part of early canons ( the 6th part of Purvagat Shrut) containing description of 12 type of languages & 10 types of speeches. पूर्वगत श्रुत का छठवां भेद ” इसमें 1 करोड़ पद है, जिसमे 12 प्रकार की भाषाएँ तथा 10 प्रकार के वचनों का कथन किया गया है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्यधर्म – Satyadharma. One of the 10 particular religious observances- to speak truly. दशलक्षण धर्मों में एक धर्म ” जो मुनि दुसरे को क्लेश पहुंचाने वाले वचनों को छोड़कर अपने और दुसरे का हित करने वाले वचन कहता है उसके सत्यधर्म होता है ” अथवा सज्जन पुरुषों के साथ श्रेष्ठ वचन बोलना सत्य धर्म…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्यदेव – Satyadeva. Name of the 39th chief disciple of Lord Rishabhdev. भगवान ऋषभदेव के 39वें गणधर “