स!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स – Sa. The 32nd consonant of the Devanagari syllabary. देवनागरी वर्णमाला का बत्तीसवाँ व्यंजन अक्षर, इसका उच्चारण स्थान दन्त है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स – Sa. The 32nd consonant of the Devanagari syllabary. देवनागरी वर्णमाला का बत्तीसवाँ व्यंजन अक्षर, इसका उच्चारण स्थान दन्त है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षोडश स्वप्न (चक्रवर्ती) – Sodasha Svapna (Cakravartee). Sixteen different symbolic dreams seen by Bharat Chakravarti (an emperor). भरत चक्रवर्ती के 16 स्वप्न- पर्वत पर 23 सिंह, सिंह के साथ हिरणों का समूह, हाथी के ऊपर बैठा बंदर, अन्य पक्षियों द्वारा त्रसित उल्लू, आनंद करते भूत, मध्यभाग में सूखा तालाब, मलिन रत्नराशि, कुत्ते का नैवेद्य…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षोडश स्वप्न – Sodasha Svapna. Sixteen auspicious meaningful dreams seen by Tirthankar’s (Jaina Lord’s) mother. तीर्थंकर माता को दिखने वाले 16 स्वप्न; ऐरावत हाथी, बैल, सिंह, दो माला, लक्ष्मी, पूर्ण चन्द्रमा, सूर्य, दो कलश, मछली युगल, सरोवर, समुद्र, सिंहासन, देवों का विमान, नागेन्द्र भवन, रत्न राशि, निर्धूम अग्नि “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षोडशकारण भावना व्रत – Sodashakaarana Bhaavanaa Vrata. A particular & procedural vow (fasting). उत्कृष्ट 16 वर्ष, मध्यम 5 वर्ष, जघन्य 1 वर्ष तक प्रतिवर्ष भाद्रपद, माघ, व चैत्र इन 3 महीनों में कृ. 1 से लेकर अगले महीने की कृ. 1 तक 32 दिन तक 16 उपवास, 16 पारणा करना एवं “दर्शनविशुद्धयादि षोडशकारणेभ्यो नमः”…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षोडशकारण भावना – Sodashakaarana Bhaavanaa. Sixteen spiritual reflections (sentiments causing to be Tirthankar(Jaina-Lord)). तीर्थंकर प्रकृति की कारणभूत दर्शनविशुद्धि आदि 16 भावनाएं ” दर्शन विशुद्धि, विनय संपन्नता, शीलव्रतों में अनतिचार (शीलव्रतेष्वनतिचार), अभीक्ष्णज्ञानोपयोग, संवेग, शक्तिस्ततप, शक्तितस्त्याग, साधु समाधि, वैयावृत्यकरण, अर्हंत भक्ति, आचार्यभक्ति, बहुश्रुत भक्ति, प्रवचन भक्ति, आवश्यक अपरिहाणि, मार्ग प्रभावना एवं प्रवचन वत्सलत्व “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षोडशकारणधर्म चक्रोद्धारयंत्र – Sodashakaaranadharma Cakroddhaarayantra. A type of metallic plate engraved with some auspicious mystical diagrams & words. षोडशकारण धर्म संबंधित अक्षर-मंत्रों से एवं विभिन्न रेखाकृतियों से चित्रित यंत्र “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षष्ठीव्रत – Sastheevrata. A particular & procedural vow (fasting) to be observed for six years. 6 वर्ष तक प्रतिवर्ष श्रावण शु. 6 के दिन उपवास करना एवं ‘ओं ह्रीं श्री नेमिनाथाय नमः’ मंत्र का त्रिकाल जाप करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षष्ठ भक्त – Sastha Bhakta. A particular & procedural vow (fasting) to be observed for two days. दो उपवास की चार भुक्ति एवं एक दिन पूर्व व एक दिन बाद की एक-एक भुक्तियाँ, इस प्रकार कुल 6 भुक्तियों का त्याग षष्ठ भक्त कहलाता है, इसी को षष्ठ बेला भी कहते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षष्ठ बेला – Sastha Belaa. See – Sastha Bhakta. देखें – षष्ठ भक्त “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षष्ठ अनुव्रत – Sastha Anuvrata. A vow-renouncement of food taking after sun-set. रात्रि भोजन त्याग छठा अनुव्रत है “