शुभ उपशम!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुभ उपशम – Shubha Upashama. Right subsidence. प्रशस्त उपशम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुभ उपशम – Shubha Upashama. Right subsidence. प्रशस्त उपशम “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूलसंघ–Mulasangh. An ancient group of Digambar Jain saints (associated after the salvation of Lord Mahavira). दिगम्बर जैनसाधुओका प्राचीन संघ; जिनके आचार्यो की पट्टावली में प्रथम श्री कुन्दकुन्द आचार्य का नाम लिया जाता है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूलवर्ण–Mula Varna. The basic 64 syllables. मूल64 अक्षर जो अनादि से जिनागम में प्रसिद्ध है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूलराशि–Mula Rashi. Principal amount. जिस राशि में अन्य राशि को जोड़ा या घटाया जाये”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूल बीज–Mula Bija. Root – seeds. वनस्पति; जिनका मूल अर्थात् जड़ ही बीज हो (जो जड़ के बोने से उत्पन्न होती है) वे मूल बीज कही जाती है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूल प्रायश्चित–Mula Prayshchit. A special punishment for a saint –Re-initiation. किसी दोष विशेष से युक्त साधु को पुनः दीक्षा देना मूल प्रायश्चित कहलाता है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूल प्रलंब– Mula Pralamb. Bulbs, Roots and tuber. प्रलंब के दो भेद में एक भेद; कंदमूल और अंकुर जो भूमि में प्रविष्ट हुए है उनको मूल प्रलंब कहते है” प्रलंब शब्द का अर्थ वनस्पति से संभंधित ग्रहण करना चाहिए”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूलगुण निर्वर्तना–Mulguna Nirvatana. Formation of complete body. अधिकरण का एक भेद; शरीर, वचन, मन, श्वासोछ्वास बनाना”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूलगुण–Mulguna. Basic restraints or virtues of devotees, saints etc. श्रावक, साधु आदि के मूलभूतनियमएवं मुख्य गुणों को मूलगुण कहते है” श्रावक के 8(देखे– अष्टमूलगुण) एवं साधुओ के 28 मूलगुण (5 महाव्रत, 5 समिति, 5इन्द्रियनिरोध, 6 आवश्यक, 7 विशेष–आचेलक्य, केशलोच,भुमिशायन, अस्नान, अदंतधवन, झाडे होकर भोजन करना, एक बार भोजन करना) होते है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूल क्रिया–Mula Kriya. Fundamental operations or activities. प्रधान आवश्यक कर्म”