वक्रांत!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्रांत – Vakraanta: Name of a dwelling place of a hellish earth (Ratnaprabha). रत्नप्रभा पृथ्वी के 11वें प्रस्तर का इन्द्रक बिल “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्रांत – Vakraanta: Name of a dwelling place of a hellish earth (Ratnaprabha). रत्नप्रभा पृथ्वी के 11वें प्रस्तर का इन्द्रक बिल “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्रग्रीव – Vakragriiv: The other name of Acharya Kund-Kund, Name of another great Acharya also. आचार्य कुंदकुंद का अपर नाम, अंगांशधारियों की परम्परा में एक आचार्य (ई.श. 12) “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्ता –Vaktaa: Orator , Speaker , Instructor ,One well –versed in scriptures . शास्त्रों का व्याख्याता ;सर्वज्ञ तीर्थंकर केवली .श्रुतकेवली और आरातीय आचार्य वक्ता के तीन भेद हैं ” सामान्य रूप से किसी भी भाषण करने वाले को भी वक्ता कहते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्तव्य –Vaktavya : Speech, utterance , communique . कहे जाने या बोले जाते योग्य “प्रकथन योग्य “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्तृत्व – Vaktratva: Eloquence ,Art of fluent speech . वक्तापन ,भाषण “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्कज –Vakkaja : A kind of cloths made by bark etc . वस्त्र के 5 भेदों में से एक ;वृक्ष या बेल आदि की छाल से उत्पन्न वस्त्र “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वकुश –Vakush: Jain saints with attachments . चितकबरा ;जैसा सफेद पर काले धब्बे होते हैं वैसे ही मुनिगण जिनके निर्मल आचार (चारित्र ) में शरीर आदि का मोह धब्बे की तरह होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वकुश (साधु )-Vakush (Saadhu).: A type of Jain saints having attachment with articles they are possessing. निर्ग्रन्थ साधु के 5 भेदों में से एक भेद ;जिनके मूलगुण निर्दोष हों किन्तु शरीर ,पिच्छी आदि उपकरणों से जिन्हें मोह हो “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वंशाल –Vanshaal : Name of a city of the northen Vijayardh mountain, Name of a system of super power. विजयार्ध पर्वत के उत्तर श्रेणी का एक नगर ,नमि विनमि विद्याधरों को प्राप्त आठ विद्या निकायों में छठा विद्या –निकाय “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वन्शपत्र (योनि) – Vanshapatra (Yoni).: A type of female genital organ . योनि के 3 भेदों में एक भेद;बांस के पत्ते के समान लम्बी योनि “इस योनि से साधारण मनुष्य ही उत्पन्न होते हैं “