वंग!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वंग-Vanga.: Name of a country of eastern Bharat Kshetra(region). भरतक्षेत्र की पूर्व दिशा का एक देश “दिग्विजय के समय यहाँ के राजा ने हाथी भेंट में देकर भरतेश को नमस्कार किया था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वंग-Vanga.: Name of a country of eastern Bharat Kshetra(region). भरतक्षेत्र की पूर्व दिशा का एक देश “दिग्विजय के समय यहाँ के राजा ने हाथी भेंट में देकर भरतेश को नमस्कार किया था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] व -Va : The 29th consonant of the Devanagari syllabary . देवनागरी वर्णमाला का उन्नीसवां व्यंजन ,इसका उच्चारण स्थान दन्त्य अथवा दन्त्यौष्ठ माना जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिला – Shilaa. The third land of hell, A rock, a cliff. नरक की तृतीय पृथवी, पाषाण, पत्थर, चट्टान “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिरोनति – Shironati. A courteous posture – bowing head with folded & joined hands in reverence. कृतिकर्म का एक अंग; दोनों हाथ जोड़कर मस्तक झुकाकर उसमें जोड़े हुए हाथ लगाकर नम्रीभूत होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिरः कंप – Shirah Kampa. Blood-veins or vessels. शरीर की नालिकाकार वाहिनी, धमनी, नाडी आदि “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिथिलाचारी – Shithilachaaree. One inactive in observing proper conduct. अपने योग्य आचरण में शिथिल श्रावक या साधु “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिथिल श्रद्धानी – Shithila Shraddhaanee. Inert one in pursuance of reverential right faith. वेदक या क्षयोपशम सम्यग्दृष्टि; चल, मलिन और आगाढ़ दोष के कारण तत्वार्थ श्रद्धानमरण जो शिथिलग्राहीहोता है (वृद्ध की लाठी की तरह) “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिथिल – Shithila. Slack, Relaxes, Loosened, Inactive one. ढीला, सुस्त, द्रव्यलिंगी साधु; आहारादि सुखों में तल्लीन होकर जो मुनि रत्नमय में अपनी प्रवृति शिथिल या ढीली करता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिखिकंठ – Shikhikantha. Name of the 6th predestined Pratinarayana. आगामी छटा प्रतिनारायण “