प्रवचन सत्रिकर्ष!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवचन सत्रिकर्ष- द्वादषंग श्रुतज्ञान; जिसमें प्रकर्श रुप से वचन सन्निकृश्ट होते है। Pravacanasannikarsa- Shrutgyan, scriptural knowledge (with all 12 parts)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवचन सत्रिकर्ष- द्वादषंग श्रुतज्ञान; जिसमें प्रकर्श रुप से वचन सन्निकृश्ट होते है। Pravacanasannikarsa- Shrutgyan, scriptural knowledge (with all 12 parts)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवचन वात्सल्य- 16 कारण भावना की एक भावना; साधमींजनो को देखकर स्नेह से ओतप्रोत हो जाना। PravacanaVatsalya- Affection towards co-religionists, to keep love with one another
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रदेश उदय- प्रकृति, स्थिति आदि की अपेक्षा उदय का एक भेद; कर्म प्रदेषों का उदय में आना। pradesa udaya – manifestation of karmic space points
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवचन मातृका – 5 समिति और ३ गुप्ती ऑफ़ प्रवचन मातृका कहते है ” Pravacanamatrka- Conduct with carefulness and self control
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवचन भक्ति- प्रवचन में कहे हुए अर्भ का अनुश्ठान करना। 16 कारण भावनाओं में एक भावना; द्वादषांग में अनुराग रखना। Pravacana bhakti- Scriptural devotion
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रदेश- आकाष के एक अविभगी अंष का नाम प्रदेष है अथवा आकाष का वह अंष जिसको एक अविभागी पुद्गल परमाणु रोके। pradesa – space point, location, point as decimal place.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवचन प्रभावना- आगम के अर्थ का कीर्ति विस्तार या वृद्धि करना। Pravacanaprabhavana- Glorification of scriptures or sermons
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रवचन- श्रुतज्ञान का अपरनाम, जिनवाणी, प्रकृश्ट वचन, पिषाच व्यंतरों का 14 वां भेद। Pravacana- sermons, preachings, exposition, a type of peripatetic deities
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रदीप्त- सुलगाया हुआ, प्रज्वलित, प्रकाषमान। pradipta – shining, bright, glowing,
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रलय- विनाष, सृश्टि विनाष। अवसर्पिणी काल में छठें-दुखमा काल के उनचास दिन कम इक्कीस हजार वर्शो के बीत जाने पर जंतुओं को भयदायक घोर प्रलयकाल प्रवृत्ती होता है। Pralaya- Dissolution of the world, disaster, catastrophe