प्रत्येक शरीर नाम कर्म प्रकृति!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्येक शरीर नाम कर्म प्रकृति – जिसके उदय से शारीर में एक ही जिव जीवित रहता है ” pratyeka sarira nama karma prakrti – physoque making karma of individual or body.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्येक शरीर नाम कर्म प्रकृति – जिसके उदय से शारीर में एक ही जिव जीवित रहता है ” pratyeka sarira nama karma prakrti – physoque making karma of individual or body.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमादचरित- अनर्भदण्ड; बिना प्रयोजन पृथिवी, जल, अग्नि के आरम्भ करना, वनस्पति छेदना, पर्यटन करना और दूसरों को कराना। Pramadacarita- Causing useless activities (purposeless)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्येक वनस्पति काय- प्रत्येक वनस्पति कायिक जीव द्वारा छोड़ा गया शारीर अभवा पृथक-पृथक वनस्पति जीव जैसे; खैर आदि वनस्पति। pratyeka vanaspati kaya – beings pretaining to plant life.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाद – आलस्यकसाय सहित अवस्था को प्रमाद कहते है ” कसाय के तीव्र उदय से आछे कार्यो को करने में आदर भाव का न होना ” चार विकथा , चकाषाय, पञ्च इन्द्रियां , एक इस्नेह और एक निद्रा ये 15 प्रमाद है ” Pramada- Laziness, Carelessness, Negligence, 15 types of certain activities leading to…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाता- आलस्य, कशाय सहित अवस्था को प्रमाद कहते हैं। कशाय के तीव्र उदय से अच्छे कार्यों के करने में आदर भाव का न होना। चार विकथा, चार कशाय, पाँच इन्द्रियाँ, एक स्नेह औश्र एक निद्रा ये 15 प्रमाद हैं। Pramata- Knower or learned one in subject matters
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्येक भंग- जहां अलग-अलग भाव हो वह प्रत्येक भंग है। pratyeka bhamga – each part, different feelings.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाणाभास- मिथ्याज्ञान; इसके संषय, विपरीत, अनध्यवसाय तीन भेद हैं। Pramanabhasa- Pseudo- organ of knowledge
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाणतिरेक दोश- वसतिका का एक दोश। अल्पभूमि में शय्या व आसन होने पर भी अधिक भूमि का ग्रहण करना। PramanatirekaDosa- A fault of hermitage (using of excess space)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाणंगुल- उत्सेधंगुल से 500 गुना बडा अंगुल। इससे पर्वत, द्वीप, समुद्र आदि का माप होता है। Pramanamgula- A broad measuring unit, A measure
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्येक बोधित- देखें- प्रत्येक बुद्ध। pratyeka bodhita – see (pratyeka buddha)