बंधक!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधक-कर्मो का बंध करने वाला, ऋण के बदले रखी जाने वाली वस्तु। Bandhaka- one related to the binding of karmas, a surety or guarantee
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधक-कर्मो का बंध करने वाला, ऋण के बदले रखी जाने वाली वस्तु। Bandhaka- one related to the binding of karmas, a surety or guarantee
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंध उत्सरण -बंध का उत्कर्षण (बढ़ना) होना । BandhaUtsarana- Bond progression.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रावचन – श्रुतज्ञान का अपरनाम। प्रवचन अर्थात प्रकृश्ट शब्द समूह द्वारा होने वाला ज्ञान या द्रव्यश्रुत प्रावचन कहलाता है। Pravacana- Another name of shrutgyan (scriptural knowledge)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रारब्ध योगी- शुद्धात्मा भावना के प्रारम्भक और सूक्ष्म सविकल्प अवस्था में सिथत पुरुश। Prarabdha yogi- One engrossed in meditation inabsolutely
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधअपसरण-अपकर्शण; बंध का क्रम से घटना बंधापसरण है। BandhaApasarna- Bond reduction
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रारब्ध देश संयमी – जिसने श्रावक के व्रतों का अभ्याश प्रारंभ किया Prarabdha desa Samyami- layman votary with abstinence
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रारंभ क्रिया- आस्त्रव की 25 क्रियाओं में एक क्रिया; छेदन-भेदन आदि क्रियाओं में तत्पर रहना। Prarmbha Kriya- continues involvement in different activities
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंध (कर्मबंध)-कर्मो का बन्धना बन्ध है, यह 4 प्रकार का होता है; प्रकृति, स्थिति, अनुभाग, प्रदेष। Bandha (karmabandha)- Karmic bond
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंध-अहिंसा अणुव्रत का एक अतिचार (जानवरों इत्यादि को बंधन में रखना), आत्मा औश्र कर्मो का एक क्षेत्रा वगाह संबंध होना। Bandha- Bondage, tying up, union, bond (reg. karmic theory)