स्याद्भव्यत्व!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्याद्भव्यत्व – Syaadbhavyatva. Separate or different entities of matter.द्रव्य के समान 11 स्वभावो मे एक स्वभाव। एक द्रव्य दूसरे द्रव्य रुप नही होता, यह अभव्य स्वभाव है, अतः द्रव्य अपने स्वभाव को नही छोड़ता।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्याद्भव्यत्व – Syaadbhavyatva. Separate or different entities of matter.द्रव्य के समान 11 स्वभावो मे एक स्वभाव। एक द्रव्य दूसरे द्रव्य रुप नही होता, यह अभव्य स्वभाव है, अतः द्रव्य अपने स्वभाव को नही छोड़ता।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्याद् नास्ति अवक्तव्य – Syaadasti Naasti Avaktavya. The 6th Bhang of Saptbhangi-exposition of nature of the substance in the aspect of negation & indescribability.सप्तभंगी का छठवां भंग-द्रव्य परचुष्टय की अपेक्षा कथ्ंाचित् नास्तिरुप है और वही द्रव्य स्वचतुष्टय व परचतुष्टय की अपेक्षा युगफद् कथन न किए जाने से कथंचित् अवक्तव्य है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्याद् नास्ति – Syaad Naasti. The 2nd Bhang of Saptbhangi-exposition of nature of the substance in the aspect of negation.सप्तभंगी का दूसरा भंग-द्रव्य परचतुष्टय (द्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव) की अपेक्षा से कथंचित् नास्ति रुप है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यादेकप्रदेशत्व – Syaadekapradessatva. Uni-dimenstional nature of matter (in some aspect).द्रव्य का एक सामान्य-भेद कल्पना निरपेक्ष निश्चय नय की अपेक्षा एकत्व होने से कथंचित् एक प्रदेशत्व स्वभाव है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यादेकत्व – Syaadekatva. Oneness in nature (in some aspect).द्रव्य के सामान्य 11 स्वभावो मे एक स्वभाव। सम्पूर्ण स्वभावो का एक आधार होने से कथंचित् एक स्वभाव होना।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यादस्ति नास्ति अवक्तव्य – Syaadasti Naasti Avaktavya. The 7th Bhang of saptbhangi-expostion of the nature of the substance in the aspects of affimation, negation & indescribability.सप्तभंगी मे 7वां। स्वद्रव्य, चतुष्टय (द्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव) की अपेक्षा से द्रव्य कथंचित् अस्तिरुप है, परद्रव्य चतुष्टय की अपेक्षा से वही द्रव्य कथंचित् नास्तिरुप है और दोने की…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यादस्ति – Syaadasti The first Bhang of saptbhangi-exposition of the nature of the substance in the aspect of affirmation.सप्तभंगी के 7 भंगो मे प्रथम भंग-स्वद्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव की अपेक्षा द्रव्य कथंचित् अस्ति रुप है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यादस्ति अवक्तव्य – Syaadasti Avaktavya. The 5th Bhang of saptabhangi-exposition of the nature of the substance in the expects of affirmation & indescribability.संप्तभंगी का 5 वां भंग-किसी अपेक्षा से है और किसी अपेक्षा से अवक्तव्य है अर्थात् स्वचतुष्टय (द्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव) की अपेक्षा द्रव्य कथंचित् आस्ति रुप है और वही द्रव्य स्व एवं…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यादस्ति नास्ति – Syaadasti Nasti. The third Bhang of saptbhangi-exposition of the nature of substance in the aspect of affirmation & negation, eg. The nature of the fire is hot and is not cold.सप्तभंगी का तीसरा भंग-किसी अपेक्षा से है, किसी अपेक्षा से नही है (पदार्थ के धर्म से सम्बन्धित कथन) अर्थात् स्वचतुष्टय (द्रव्य,…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यादशुद्धत्व – Syaadassuddhatva. Nature related to impurity of matters in some aspect.द्रव्य का एक सामान्य स्वभाव। शुद्व के विपरित अर्थात् कथंचित् अशुद्व स्वभाव है।