सप्त भय!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्त भय – Sapta Bhaya. Seven particular kinds of fear. इह लोक भय, परलोक भय, वेदना भय, मरण भय, अरक्षा भय, अगुप्ति भय, अकस्मात् भय। ये सात भय है जो सम्यग्दृष्टि को नही होते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्त भय – Sapta Bhaya. Seven particular kinds of fear. इह लोक भय, परलोक भय, वेदना भय, मरण भय, अरक्षा भय, अगुप्ति भय, अकस्मात् भय। ये सात भय है जो सम्यग्दृष्टि को नही होते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्तभंगी तरंगिणी – Saptabhamgii Taramginii. Name of a treatise written by Vimaldas on Nyaya philosophy. विमलदास (श्रावक) (ई.श. 14-15) कृत संस्कृत भाषा का न्याय विषयक ग्रंथ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्तभंगी – Saptabhamgii. The theory of seven fold predication consisting in various way of affirmation and negation regarding any substance. प्रश्न के अनुसार एक ही वस्तु मे जो बिना किसी विरोघ के सत् असत् आदि धर्मों का कथन किया जाता है। उसे सप्तभंगी कहते है। इसी का दूसरा नाम स्याद्वाद्व शैली कहते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्तपरमस्थान – Sapta Parama Sthaana. Seven super stages in three Loks (words), A type of vow (fasting). तीन लोको मे मान्य सात उत्कृष्ट स्थानः सज्जाति, सद्गृहस्थ, पारिव्राज्य, सुरेन्द्रता, साम्राज्य, परमार्हन्त्य और परम निर्वाह। एक व्रत जो श्रावण शु. एकम से सप्तमी तक लगातार सात वर्षों तक किया जाता है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्त पदार्थ – Sapta Padaartha. See- Sapta Tattva. सप्त तत्त्व ही सात पदार्थ कहलाते है। देखे- सप्त तत्त्व।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्त नय – Sapta Naya. Seven kinds of standpoints. नैगम, संग्रह, व्यवहार, ऋजुसूत्र, शब्द, समभिरुढ़ व एवंभूत। इन सात नयांे मे प्रारंभिक तीन द्रव्यार्थिक नय तथा अंतिम चार पर्यायार्थिक नय कहलाते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्तद्वीपिक भूगोल – Saptadveeepika Bhuugola. Geography of seven particular islands on the earth which are interrelated to one another (according to Vedic geography). वैदिक भूगोल जिसके अनुसार पृथिवी पर जम्बू, प्लक्ष, शाल्मल, कुश, शाक और पुष्कर ये 7 द्वीप है। तथा लवगोद, इक्षुरस, सुरोद, सर्पिस्सलिल, दधितोय, श्रीरोध और स्वादुसलिल ये 7 समुद्र जो चूड़ी…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्त तत्तव – Sapta Tattva. Seven universal entities (Jiva, Ajiva, Asrava, Bandh, Samvar, Nirjara & Moksh). जीव, अजीव, आसत्रव, बंध, संवर, निर्जरा और मोक्ष ये सात तत्तव है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्तच्छद – Saptacchada. Name of the initiation & omniscience tree of Lord Ajitnath & Dharmanath. 7 पत्रों के स्तंबको से युक्त एक वृक्ष, सप्तपर्ण का अपरनाम। तीर्थकर अजितनाथ एवं धर्मनाथ ने इसी वृक्ष के नीचे दीक्षा ली थी और केवलज्ञान प्राप्त किया था।