पाहुड!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाहुड – Pahuda. Treatise. जो पदों के द्वारा व्यक्त है वह पाहुड कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाहुड – Pahuda. Treatise. जो पदों के द्वारा व्यक्त है वह पाहुड कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायरत्नाकर – Nyaayrtnakra. See – Nyaayaratnamaalaa देखें- न्यायरत्नाकमाला “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भय दोष – Bhaya Dosa. A fault; paying reverence with fear. व्युत्सर्ग का एक अतिचार; सत्यभय आदि से युक्त होकर वन्दनादि करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पासणाहचरिउ – Pasapurana. A book written by Bhattarak Padmakirti. भट्टारक पद्मकीर्ति (ई. सन् १०७७) कृत एक ग्रंथ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायरत्नाकमाला – Nyaayaratnamaalaa. Name of a book written by Parthsarthi Mishra. मीमांसा दर्शन साहित्य प्रवर्तक पार्थसारथिमिश्र द्वारा रचित एक ग्रंथ “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भयत्याग – Bhayatyaga. A type of reflection, to be fearless. सत्यव्रत की ५ भावनाओं में एक भावना; भीति त्याग “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाषाण – Pasana. The 16th earth (part) of the Khar division of Ratnaprabha earth of the lower hellish world, A type of listener- dull minded. अधोलोक में प्रथम रत्नप्रभा पृथ्वी के तीन भागों में से प्रथम खरभाग की सोलहवीं पृथ्वी. श्रोता का एक प्रकार; समझाये जाने पर भी जिनके ह्रदय में जिनवाणी का प्रवेश…
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भय – Bhaya. Fear, terror. भीती, डर – यह ७ प्रकार का होता है इहलोक, परलोक, अरक्षा, अगुप्ति, मरण, वेदना, आकसिम्क “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायमालाविस्तर – Nyaayamaalaavistara. Name of a book written by Shri Madhav. मीमांसादर्शन साहित्य प्रवर्तक श्री माधव द्वारा रचित एक ग्रंथ “