भद्र प्रक्रति!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्र प्रक्रति – Bhadra Prakrti. Gentle disposition. भला या सज्जन स्वभाव होना ” सरल स्वभावी “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्र प्रक्रति – Bhadra Prakrti. Gentle disposition. भला या सज्जन स्वभाव होना ” सरल स्वभावी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यग्रोध वृक्ष – Nyagrodha Vriksha. Banyan tree, initiation tree of Lord Rishabhabdev. बरगद का पेड़; ऋषभनाथ भगवान के दीक्षा एवं केवलज्ञान वृक्ष का नाम” इसका अपरनाम वटवृक्षया अक्षय है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्रकाली – Bhadrakali. A type of super power. १६ निकाय विधाओं में विधाधर की एक विधा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नौकार श्रावकाचार – Naukaara Shraavakaachaara. A book written by Acharya Yogendudeva. आचार्य योगेन्दुदेव (ईश.6 उत्तरार्द्ध) द्वारा अपभ्रंश भाषा में रचित एक ग्रंथ “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्रकलश – Bhadrakalasa. Name of the treasurer of Ram’. ८ वें बलदेव श्रीराम के कोषाध्यक्ष “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्रक – Bhadraka. A type of peripatetic deities, Worthy or gentle person. यक्ष जाती के व्यन्तर देवों का एक भेद , चतुर्थ काल के कोमल परिणामी परुष “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्र – Bhadra. Worthy, gentle person, A protecting deity of Nandishwar ocean. सरल, परिणामी, नंदीश्वर समुद्र का एक रक्षक देव “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भदेय – Bhadeya. Name of a mountain of Bharat Kshetra Arya Khand (region). भरतक्षेत्र आर्य खण्ड का एक पर्वत “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भदंत – Bhadamta. Respectful word for addressing great ascetics. जो सब कल्याणों को प्राप्त हों वह भदन्त हैं , साधु का अपरनाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भण्डार – Bhandara. Place of storage, store. वस्तु संग्रह का स्थान “