नोइंद्रियावरण कर्म!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोइंद्रियावरण कर्म – Noindriyaavarana. Karmas obscurring man (internal feelings). मन पर आवरण करने वाला कर्म “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोइंद्रियावरण कर्म – Noindriyaavarana. Karmas obscurring man (internal feelings). मन पर आवरण करने वाला कर्म “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नो इंद्रिय प्रणिधान – No Indriya Pranidhaan. Passionate volitions. क्रोध, मान, माया, लोभ, हास्य, रति, अरति, शोक, भय, जुगुप्सा, तथा तीनों वेड, एन के परिणाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोइन्द्रिय – Noindriya. Dravya Man – a structural form of Man according to Jaina philosophy. द्रव्य मन; जो अंगोपांग नामकर्म के उदय से मनोवर्गणा से बनता है, इसे ईषत् इन्द्रिय भी कहते है ” यह ह्रदय से बनता है, इसे ईषत् इन्द्रिय भी कहते है ” यह ह्रदय स्थान में अष्टदल कमल के आकार…
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भक्तकथा – Bhaktakatha. Conversation describing about delicious food. विकथा का एक भेद – भोजन कथा; अनेक प्रकार के अशन पान (भोजन) संबंधी गुणदोषों की वार्ता में लिप्त रहना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भक्त – Bhakta. A devout, a devotee, a pious person, Some-thing divided or separated. धार्मिक, धर्म या धर्मगुरु के प्रति समर्पित व्यक्ति, गणित की भागाहार विधि में भाज्य राशी को भागहार द्वारा भक्त किया गया कहते हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भंगविधि – Bhamgavidhi. A particular method for obtaining knowledge of something, synonym word for shrutgvan (scrip- tural knowledge). अहिंसा, सत्य, अस्तेय, शील आदि भंग का जिसके द्वारा विधान किया जाता है उसे भंगविधि अर्थात् श्रुतज्ञान कहते हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भंग विचय – Bhamga Vicaya. A type of disquisition door. एक अनुयोगद्वार; जो मार्गणाओं के विच्छेद और विच्छेद के अस्तित्त्व प्ररुपक है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भंग – Bhamga. Division, Alternation, A system of alternative ex-position. खण्ड, अंश; भेद ” एक संख्या रूप प्रकृतियों में प्रकृतियों का बदलनां ” स्याद्वाद शैली के अनुसार प्रत्येक पदार्थ विरोधी अनेक धर्मयुगलों का पिंड भंग है ” प्रत्येक धर्म का वर्णन उसके प्रतिपक्षी धर्म की अपेक्षा से अस्ति (विधि) नास्ति (निषेध) और…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोआगम द्रव्य भाव – Noaagama Dravya bhaaava. A type of Bhav Nikshep. भाव निक्षेप का एक भेद “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोआगम द्रव्य – Noaagama Dravya. The body instolledin particular realm of mind besides other. किसी पदार्थ के ज्ञाता का शरीर जो उस पदार्थ के ज्ञान में प्रयुक्त होता है “