निर्व्याकुल चित्त!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्व्याकुल चित्त – Nirvyaakula Chitta. Mind free from all agitations. सुख; शांत मन अर्थात् व्याकुलताओं से रहित मन “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्व्याकुल चित्त – Nirvyaakula Chitta. Mind free from all agitations. सुख; शांत मन अर्थात् व्याकुलताओं से रहित मन “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रहस्पति – Brhaspati. Name of a planet , A day of a week , The pre-ceptor of deities. एक ग्रह का नाम ” सप्ताह के एक दिन (वार ) का नाम, काव्य में कवियों ने ब्रहस्पति को देवों का गुरु कहा हैं जैसे – कस्ते क्षम: सुरगुरुप्रतिमोपि बुद्ध्या’ , जबकि तिलोंयपणत्ति आदि…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वैर – Nirvaira. Peaceable, enmitiless feelings. सम्पूर्ण प्राणियों से मैत्रीभाव होना अर्थात्किसी से वैर न होना”
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रहत्कथासरितसागर – Brhatkathasaritasagara. A book written by Acharya Somdeva . आचार्य सोमदेव (ई. श. १९ मध्य ) द्वारा रचित एक कथाकोष “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वेदिनी कथा – Nirvedini Kathaa. See – Nirvegini Kathaa. देखें – निर्वेगिनी कथा “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रहत्कथाकोष – Brhatkathakosa. Name of a religions story written by Acharya Harishen. आचार्य हरिषेण (ई. सन् ९३१ ) कृत मूल संस्क्रत ग्रंथ इसमें १५७ विभिन्न कथाएं हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बुभुक्षा काल – Bubhuksa Kala. Period of hunger. भिक्षा योग्य एक काल; भूख की तीव्रता , मन्दता एंव स्वास्थ्य आदि का विचार करना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बुधजन – Buddhajana. Name of a pandit who wrote Tattvarth Bodh, Panchastikaya Bhasha etc many books. तत्वार्थ बोध , पञ्वास्तिकाय भाषा, बुधजन विलास, बुधजन सतसई आदि के कर्ता जयपुर निवासी एक पण्डित का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वेद – Nirveda. Datachment, Aversion from the worldly affairs. सब अभिलाषाओंका त्याग निर्वेद कहलाता है-संसार, शरीर, भोगों से वैराग्य भाव “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बुध – Budha. Name of a planet , The great learned one. एक ग्रह, यथास्थित वस्तु तत्त्व को सार व असार के विषय विभाग की विचारणा के द्वारा जो जानते हैं वे बुध हैं “