दृढ़चर्याक्रिया!
दृढ़चर्याक्रिया To have strict faith in own philosophy. दीक्षान्वय की 48 क्रियाओं में एक शास्त्र के अर्थ का अवधारण करके स्वमत में दृढ़ता धारण करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दृढ़चर्याक्रिया To have strict faith in own philosophy. दीक्षान्वय की 48 क्रियाओं में एक शास्त्र के अर्थ का अवधारण करके स्वमत में दृढ़ता धारण करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दूषण Contaminating, Disgracing, Blaming. आक्षेप, दोष, अवगुण, दोष लगने की क्रिया या भाव।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दूरास्वादित्व ऋद्धि Super distantial attainment of taste. जिस ऋद्धि के प्रभाव से साधु को रसना इन्द्रिय के उत्कृष्ट विषय क्षेत्र से भी संख्यात योजन दूर स्थित खटटे, मीठे आदि अनेक प्रकार के रसों का स्वाद लेने की सामथ्र्य प्राप्त होती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दूरार्थ Far reaching, far off (related to great personalities, places etc.). जो पदार्थ क्षेत्र से दूर है या काल की अपेक्षा राम , रावण आदि दूरार्थ कहलाते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दूरापकृष्टि A type of Krishti (gradual destruction of passions). कर्मों का स्थितिकाण्डकघात होते-होते जब सबसे जघन्य पल्योपम के संख्यातवें भाग प्रमाण स्थिति शेष रह जाती है वह स्थिति दूरापकृष्टि है।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दूरातिदूर भव्य Beings who can never get salvation due to some external reasons. जिनके बाहरी कारण सम्यग्दर्शनादि के न मिलने पर अनंतकाल में भी मोक्ष नहीं होता है। (अभव्य जीवों के समान)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दूरस्पर्शत्व ऋद्धि A supernatural power of remote touching. बुद्धि ऋद्धि का एक प्रकार (स्पर्श से संबधित) जिस ऋद्धि के प्रभाव से साधु को स्पर्शन इन्द्रिय से उत्कृष्ट विषय क्षेत्र से भी संख्यात योजन की दूरी पर स्थित ठंडा गर्म आदि सभी प्रकार के स्पर्श को जान लेने की सामथ्र्य प्राप्त होती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दूर श्रवणत्व ऋद्धि A super distantial power of hearing. बुद्धि ऋद्धि का एक प्रकार जिस ऋद्धि के प्रभाव से साधु को श्रोत इन्द्रिय के उत्कृष्ट विषय क्षेत्र से भी संख्यात योजन दूर स्थित ध्वनि या शब्दों को सुनने की सामथ्र्य प्राप्त होती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]