दशकरण चूलिका!
दशकरण चूलिका A part or lesson of ‘Gommatsar-Karmakanda’ treatise. गोम्मटसार – कर्मकांड ग्रंथ का एक अध्याय , इसमें 10 कारणों का स्वरूप है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दशकरण चूलिका A part or lesson of ‘Gommatsar-Karmakanda’ treatise. गोम्मटसार – कर्मकांड ग्रंथ का एक अध्याय , इसमें 10 कारणों का स्वरूप है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दश करण Ten operational Karmic activities. कर्म की 10 अवस्थाएं, बन्ध , उत्कर्षण , संक्रमण, अपकर्षण, उदीरणा, सत्व, उदय, उपशम, निधत्ति और निःकाचना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दल Group, Making half mathematically. समूह, गणितीय रूप से आधा करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शनावरण – चतुश्क A quartet (Chakshu, Achakshu, Avadhi & Keval) of conation obscurring Karmic nature. दर्शनावरणीय कर्म प्रकृति का चतुष्क-चक्षु, अचक्षु, अवधि व केवलदर्शनावरण। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शनावरण Perception covering Karma, Faith deluding Karma. 8 कर्मों में एक कर्म जिस कर्म के उदय से जीव के दर्शन गुण पर आवरण होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शनार्य A kind of noble persons with right perception. ऋद्धि प्राप्त आर्य के 5 भेदों में एक भेद सम्यग्दृष्टि मनुष्य दर्शनआर्य होते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शनाराधना A type of devotional prayer of right faith. 4 आराधना में एक भेद, निर्दोष सम्यग्दर्शन की आराधना करना, इससे जीवादि सात तत्वों और उनके प्रतिपादक गुरू शास्त्रों पर श्रद्धान होते हैं ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शनाचार Observance of right perception. 5 प्रकार के आचार का एक भेद अतिचार रहित सम्यग्दर्शन का पालन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शनाचरण Observance of all parts of right perception. सम्यग्दर्शन के 8 अंगों का पालन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दर्शनसार A book written by Acharya Devasen. आचार्य देवसेन (ई.133) द्वारा रचित एक ग्रन्थ। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]