तुरीय चारित्र!
तुरीय चारित्र A super conduct, to be observed in the 10th stage of spiritual development (Gunsthan). चैथा सूक्ष्मसाम्पराय चारित्र , यह 10 वें गुणस्थान में होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तुरीय चारित्र A super conduct, to be observed in the 10th stage of spiritual development (Gunsthan). चैथा सूक्ष्मसाम्पराय चारित्र , यह 10 वें गुणस्थान में होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तुटिक A great mathematical quantity. तुट्यंग में 84 लाख का गुणा करने से प्रापत संख्या । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तुंबूलाचार्य Name of a great Acharya. एक आचार्य जिनहोंने षट्खण्ड के प्रथम पांच खण्डों पर चूडामणि नामक अीका की रचना 84000 श्लोकों में की (ई.श.3-4)। अपरनाम तुम्बुलूर आचार्य। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तुंबर A type of peripatetic deities. गनधर्व नामक व्यंतर जाति का एक भेद। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तुगवरक A mountain of Bharat kshetra in Arya khand (region). भरतक्षेत्र आर्य खण्ड का एक पर्वत। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तीसिय State of obscurring karmas of right knowledge, right perception etc. जिन कर्मों की तीस कोडाकोडी (सागर) की उत्कृष्ट स्थिति है ऐसे ज्ञानावरण, दर्शनावरण, अन्तराय, वेदनीय को तीसिय कहते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तीसरी भूमिका Modified state of soul. प्रतिक्रमण्रा आदि के विकल्पों से रहित शुद्धात्मा की भूमिका । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तीस चैबीसी व्रत A type of vows to be observed for particular 720 days in the reverence of 720 Tirthankars (Jaina-Lords) of past, present & future time related to five Bharat & five Eravat Kshetra. ढाई द्वीप संबधी पांच भरत एवं पांच ऐरावत क्षेत्र के वर्तमान भूत, भविष्यत्काल संबंधी 24-24 तीर्थंकरों के कुल 720 तीर्थकरों…