छेदपिंड!
छेदपिंड A book written by Indranandi ji. इन्द्रनंदि (श. १०-११) द्वारा कृत एक यत्याचार विषयक ग्रन्थ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
छेदपिंड A book written by Indranandi ji. इन्द्रनंदि (श. १०-११) द्वारा कृत एक यत्याचार विषयक ग्रन्थ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
छेद An infraction of vow of non-violence (piercing the organs of animals), Karmic destruction, Hole, Opening . अहिन्साणुव्रत का एक अतिचार ; पशुओं के कान , नाक आदि अवयवों का भेदना , कर्मों का क्षय , सुराख ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
छींक Sneeze (controlling sneezing is a physical mortification). अयन आदि कायक्लेश का एक भदे ; छींक , जंभाई आदि को रोकना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
छिन्न निमित्त ज्ञान A type of symbolic knowledge. देव , दानव , राक्षस , मनुष्य और तिर्यंच के द्वारा छेड़े गए शस्त्र एवं वस्त्रादिक तथा प्रासाद , नगर और देशादिक चिन्हों को देखकर त्रिकालभावी शुभ, अह्सुभ मरण , विविध प्रक्लार के द्रव या और सुख-दुःख को जानना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
छिन्नगति A type of motion (reg. pervaded sound wave). गति का एक भेद ; मृदंग मेरी शंखादि के शब्द जो दूर तक जात्ये हैं , वे पुद्गलों की छिन्नगति हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
छिद्र(घटाछिद्र) Hole, opening, A type of listener, totally unable to understand any preaching. छेद, श्रोता का एक भेद- जिसके हृदय में कुछ भी उपदेश नहीं ठहरे ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
छाया-संक्रामिणी A type of super knowledge. एक प्रकार की विद्या ; भगवान ऋषभदेव की भक्ति द्वारा नमि-विनमि को प्राप्त विद्या ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]