आहार शुद्धि दिगम्बर साधु संयम की रक्षा हेतु शरीर की स्थिति के लिए दिन में एक बार छयालीस दोष-चौदह मल दोष और बत्तीस अंतरायों को टाल कर आगम के अनुकूल नवकोटि विशुद्धि आहार ग्रहण करते हैं । इसी को पिंडशुद्धि या आहारशुद्धि कहते हैं । छ्यालीस दोष दिगम्बर मुनि के आहार के छयालीस दोष माने…
पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी की प्रथम त्यागभूमि बाराबंकी का परिचय लेखक-अजय कुमार जैन, बाराबंकी’ (मंत्री-दि. जैन समाज, बाराबंकी)’ आचार्यों द्वारा कथित यह श्लोक महापुरुषों की चरणरज से पवित्र भूमियों के लिए अत्यन्त सटीक है- यत्रापि कुत्रापि भवंति हंसा:, हंसा: मही-मंडलमंडनानि। हानिस्तु तेषां हि सरोवराणां, येषां मरालै: सह विप्रयोग:।। अर्थात् मानसरोवर के…
गणिनी आर्यिका प्रमुख श्री ज्ञानमतीमाता जी दीक्षा जयन्ती सन् १९५६ में वैशाख कृष्णा दूज के दिन राजस्थान के माधोराजपुरा ( जिला- जयपुर ) में बीसवीं सदी के प्रथमाचार्य चारित्रचक्रवर्ती श्री शान्तिसागर महाराज के प्रथम शिष्य आचार्य श्री वीरसागर महाराज के करकमलों से गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ने आर्यिका दीक्षा धारण करके ज्ञानमती नाम को…
टिकैतनगर गणिनी आर्यिकाश्री की पवित्र जन्मभूमि टिकैतनगर का परिचय- इस संसार में भूमियाँ तो अनेक हैं लेकिन पवित्र वहीं की माटी कही जाती है जहाँ पर किसी महापुरुष का जन्म होता है। न जाने कितने ही लोग इस संसार में आते और चले जाते हैं। लेकिन जो व्यक्ति अपने जीवन को परहित में लगा देता…
उत्तर प्रदेश एक झलक राजधानी – लखनऊजनसंख्या – 19,95,81,477जनसंख्या घनत्व – 689 /sqkmक्षेत्रफल – 2,40,928 किमी2मंडल – 18ज़िले – 75सबसे बड़ा नगर – कानपुरमहानगर – कानपुरबड़े नगर – लखनऊ, इलाहाबाद, आगरा, मेरठ, वाराणसी, ग़ाज़ियाबाद, कानपुरमुख्य ऐतिहासिक स्थल – वाराणसी, आगरा, इलाहाबाद, कन्नौज, कुशीनगर, कौशाम्बी, चित्रकूट, झांसी, “मेरठ, मथुरामुख्य पर्यटन स्थल – हस्तिनापुर , मथुरा, वृन्दावन,…