फरवरी २०१० में हस्तिनापुर में नवनिर्मित तीर्थंकरत्रय एवंतीन लोक की प्रतिमाओं के पञ्चकल्याणक महोत्सव के अवसर पर लिखी गयी इस पुस्तक में संक्षिप्त रूप में तीनों लोकों की व्यवस्था एवं उसके चैत्यालयों का सुन्दर वर्णन है |