युक्त्यनुशासन!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युक्त्यनुशासन – आचार्य समन्तभद्र कृत सस्कृत में 64 ष्लोक ष्लोक प्रमाण स्तोत्र। Yuktyanusasana- name of a book written by acharya samantbhadraji
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युक्त्यनुशासन – आचार्य समन्तभद्र कृत सस्कृत में 64 ष्लोक ष्लोक प्रमाण स्तोत्र। Yuktyanusasana- name of a book written by acharya samantbhadraji
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युक्तिर्चितामणि सत्व – आचार्य सोमदेव कृत एक न्याय विशयक गरंथ। Yukticimtamani sattva-name of a book written by acharya somdev
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोष – क्रोधी पुरूश का तीव्र परिणाम, कोप। Rosa-Anger, rage, Indignation
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोचक शैल – भद्रषाल वन में स्थित एक दिग्गजेन्द्र पर्वत। Rocaka saila-name of a mountain in Bhadrashal forest
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोगपरिषहजय – 22 परिशहो में एक परिशह, असाध्य पीडा को उसके प्रतिकार की कामना रहित होकर साधु द्वारा समतापूर्वक सहन करना। रोग परिशह जय कहलाता हैं। Rogaparisaha Jaya-To bear afflictions of disease
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रैन मंजुषा – हंसद्वीप के राजा कनककेतू की पुत्री का नाम। सहस्त्रकूट चैत्यालय के कपाट खोलने से श्रीपाल से विवाही गई थी। Raina Manjusa-The daughter of king Kanakaketu of Hansdvip (island)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रेशमी वस्त्र – रेशम से बने वस्त्र। Resami Vastra-Silky cloth
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रेशन्दीगिरि तीर्थ – मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में अवस्थित एक सिद्ध क्षेत्र जहां से वरदत्त आदि मुनि मोक्ष पधारे। इस क्षेत्र का दूसरा नाम नैनागिरी भी है। Resandigiri (Tirtha)-Name of a place of pilgrimage (Siddhakshetra) of M. P. It’s another name is nainagiri
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रेवानदी – मध्यप्रदेश की एक प्रसिद्ध नदी, इसके किनारे सिद्धवर कूट सिद्ध क्षेत्र है। Reva nadi-name of a holy river of madya Pradesha near Siddhvarkut , a place of pilgrimage
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूप्यमाषफल – तौल का प्रमाण विशेश। Rupyamasaphala-A weighing unit