बार-बार तोहे शीश नवाऊँ आऊँ तेरे द्वार!
बार-बार तोहे शीश नवाऊँ … बार-बार तोहे शीश नवाऊँ आऊँ तेरे द्वार। माताजी की, बोलो सभी मिल जयजयकार।। पितु श्री छोटेलाल मोहिनी माँ के घर में जन्मी। नाम माधुरी प्राप्त किया औ घर में खुशियाँ फैली।। बचपन से पाया तुमने, मोहिनी माँ से संस्कार चन्दनामति माताजी की, बोलो सभी मिल जयजयकार।।१।। श्रावण कृष्णा ग्यारस का…