विन्ध्यगिरी!
विन्ध्यगिरी
श्री कनकगिरि दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र, कनकगिरि ग्राम-पो.-मलेयूर, तहसील एवं जिला- चामराज नगर, कर्नाटक यह क्षेत्र मैसूर से 58 कि मी व श्रवणबेलगोला से 138 कि मी. दूर स्थित है। अतिशय सिद्ध क्षेत्र श्री कनकगिरि का गेस्ट हाउस कनकगिरि पहाड पर जाने का पैदल मार्ग कनकगिरि पहाड पर दिखता मन्दिर कनकगिरि मन्दिर का जीर्णोद्धार होता…
प्रयाग तीर्थ की प्राचीनता भारतदेश की वसुन्धरा पर शाश्वत तीर्थ अयोध्या और सम्मेदशिखर के समान ही कर्मयुग की आदि से प्रयाग तीर्थ का प्राचीन इतिहास रहा है। आज से करोड़ों वर्ष पूर्व जैनधर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव ने अयोध्या में जन्म लेकर राज्य संचालन किया पुनः संसार से वैराग्य हो जाने पर उन्होंने जिस…
एत्मादपुर- तीनमूर्ति तीर्थ तीनमूर्ति – भगवान आदिनाथ- भरत- बाहुबली स्वामी की खड्गासन प्रतिमाएँ” मन्दिर का मुख्य द्वार पदमावती माता की चमत्कारी प्रतिमा पदमावती माता की चमत्कारी प्रतिमा वेदी मे बीच मे चन्द्रप्रभु, दांये तरफ महावीर, आदिनाथ भगवान काली प्रतिमा मन्दिर मे अतिथि घर छतरी समाधि श्री 108 सम्भवनाथ महाराज की अन्य चित्र
श्री रत्नात्रय तीर्थ क्षेत्र, बिलगंडि क्षेत्र परिचय – यह क्षेत्र धर्मस्थल से 10किमी. दूर वैनूर रोड पर स्थित है। यहाँ ‘शान्तिनाथ भगवान की 700 साल पुरानी मूर्ति है। यहाँ चन्द्रप्रभु व अनन्तनाथ भगवान की प्रतिमा है। यह मन्दिर जयवर्धन महाराज वलाड के समय का है। ‘शान्तिनाथ भगवान की मनोकामना पूर्ण करने वाली प्रतिमा है। भगवान…