संक्षेप सम्यत्तवार्य!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्षेप सम्यत्तवार्य – Sanksepa Samyaktvaarya. See – Sanksepa Darshanaarya. देखें – संक्षेप दर्शनार्य “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्षेप सम्यत्तवार्य – Sanksepa Samyaktvaarya. See – Sanksepa Darshanaarya. देखें – संक्षेप दर्शनार्य “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्षेप रुचि – Sanksepa Roochi. To have interest in understanding by summarized exposition. संक्षेप कथन से समझने की रुचि होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्षेप दर्शनार्य – Sanksepa Darshanaarya. A kind of noble persons having ability to apprehend right perception by brief exposition only. दर्शनार्य के 10 भेदों में एक भेद; पदार्थों के संक्षिप्त कथन से ही सम्यग्दर्शन को प्राप्त होने वाले जीव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्लेश – Sanklesha. Passionate or painful thoughts. असाता वेदनीय कर्म के बंध योग्य परिणाम या तीव्र कषाय रूप परिणाम का नाम संक्लेश है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्लिष्ट हस्तकर्म – Sanklishta Hastakarma. Hard manual work. छेदन-भेदन करना, पीसना, गूंथना, चित्र बनाना, खोदना आदि कार्य को संक्लिष्ट हस्तकर्म कहते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्रांति – Sankraanti. Transition, Change. संचार, गमन, परिवर्तन ” इसके अर्थ, व्यंजन, योग संक्रांति तीन भेद हैं ” यह परिवर्तन प्रथम शुक्लध्यान पृथत्तववितर्क वीचार में होता है ” प्रत्येक मास में सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में संचार करना भी संक्रांति कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्रमण – Sankramana. Transition of Karmic nature. कर्म प्रकृतियों का बदलकर अन्य प्रकृति रूप हो जाना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संकोच विस्तार – Sankoca Vistaara. The state of contraction & expansion of soul points of beings. जीव के प्रदेशों का संहार व विसर्पण ” दीप के प्रकाश के समान जीव के प्रदेशों का संकोच-विस्तार होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संकोच – Sankoca. Narrowness, Contraction. सिकुड़ना, संक्षेपण, सहमना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संकेत – Sanketa. Indication, Symbol, Notation, Sign. इंगित परक चिन्ह, प्रतीक “