श्रीष!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीष – Shreesa. The initiation & omniscience tree of Lord Suparshvanaath. तीर्थंकर सुपार्श्वनाथ का दीक्षा एवं केवलज्ञान वृक्ष ” अपरनाम शिरीष वृक्ष “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीष – Shreesa. The initiation & omniscience tree of Lord Suparshvanaath. तीर्थंकर सुपार्श्वनाथ का दीक्षा एवं केवलज्ञान वृक्ष ” अपरनाम शिरीष वृक्ष “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीशैल – Shreeshaila. The another name of Hanumanji. हनुमान का अपरनाम ” यह नाम हनुमान के शैल-पर्वत में जन्म लेने तथा विमान से गिरकर शिला को खण्ड-खण्ड करने से उनका नाम श्रीशैल रखा गया ” इन्होने मांगीतुंगी के पहाड़ से मोक्ष प्राप्त किया ” मांगीतुंगी के पहाड़ पर इनकी अतिप्राचीन मूर्ती विराजमान है एवं…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीवर्द्धन – Shreevardhana. The past-birth soul of omniscient Sanjayant. संजयंत केवली के पूर्वभव का जीव ” यह कुमुदावती नगरी का राजा था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीवत्स – Shreevatsa. A particular type of mark on the chest of meritorious persons, Name of a propounder of Vaishesik literature. तीर्थंकर आदि पुण्यात्माओं का एक शारीरिक लक्षण जो वक्षःस्थल पर होता है ” पार्श्वनाथ चरित्र के अनुसार उनकें नवमें भव पूर्व में पोदनपुर के राजा अरविंद की मुनिअवस्था में उनके वक्षस्थल का श्रीवत्सम…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीराधावल्लभ – Shree Raadhaavallabha. Name of a sect of Vaishnav phillosophy. वैष्णव दर्शन के शक्तिसंग तंत्र के अनुसार 10 भेदों में दूसरा भेद ” इस संप्रदाय के आदिप्रवर्तक 1503 ई. में हरिवंश गोस्वामी हुए ” ये लोग जप, तप आदि में संलग्न रहते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीमन्यु – Shreemanyu. Name of a saint of the group of 7 particular saints (Saptrishies). सप्तऋषियों में एक मुनि “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीमंडप भूमि – Shreemandapa Bhoomi. Name of the last land of Samavasharan having great construction with jewels. समवशरण की 8वीं भूमि ” जो चतुर्थ कोट के आगे रत्न स्तम्भों पर आधारित समवशरण की अंतिम भूमि है ” इस भूमि में स्फटिक मणिमय 16 दीवारों से विभाजित 12 कोठे होते है ” इन कोठो में…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीभूषण – Shreebhoosana. Name of a Bhattarak, the writer of many books like Shantinath Puran, Pandav Puran etc. शांतिनाथ पुराण, पांडव पुराण, द्वादशांग पूजा तथा प्रबोध चिंतामणि के कर्ता एक भट्टारक “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीभद्र – Shreebhadra. Name of 22nd Teerthankar (Jaina-Lord) of past time. भूतकालीन 22वें तीर्थंकर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीपुर पार्श्वनाथस्तोत्र – Shreepura Parshvanaathastotra. An eulogical religious hymn of Lord Parshvanath. संस्कृत भाषाबद्ध अंतरिक्ष पार्श्वनाथ स्तोत्र विषयक रचना “