विक्षेपिणी कथा!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्षेपिणी कथा – Vikshepinii Kathaa.: Right religious speech which emphasizes on right principles. 4 धर्मकथाओं में एक धर्मकथा;ऐसी कथाओं से मिथ्यामतों का खंडन किया जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्षेपिणी कथा – Vikshepinii Kathaa.: Right religious speech which emphasizes on right principles. 4 धर्मकथाओं में एक धर्मकथा;ऐसी कथाओं से मिथ्यामतों का खंडन किया जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्रिया ऋद्धिधारी – Vikriyaa Riddhidhaarii.: Saints possessing a supernatural power of transforming body form. विक्रिया ऋद्धि वाले मुनि या इस ऋद्धि वाले मुनियों का संघ जो तीर्थंकर की धर्मसभा में होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्रिया ऋद्धि – Vikriyaa Riddhi.: A kind of supernatural power of transforming body shape. एक प्रकार की ऋद्धि ; जो तपस्या से प्राप्त होती है इसके 8 भेद हैं – अणिमा , महिमा ,गरिमा ,लघिमा ,प्राप्ति,प्राकाम्य ,ईशित्व ,वशित्व “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्रिया –Vikriyaa.: Super power of transforming body into different shapes (tiny,big,light or heavy). छोटा,बड़ा,हल्का,भारी आदि अनेक प्रकार का शरीर बना लेना ” पृथक्-अपृथक् विक्रिया इसके दो भेद हैं ” देव और नारकियों में यह स्वभाव से ही होती है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्रांतकौरव – Vikraantakaurava.: Name of a treatise written in Sanskrit on a drama i.e. ‘Sulochana’. संस्कृत में सुलोचना नाटक पर लिखा गया एक ग्रन्थ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्रांत – Vikraanta.: Courageous, victorious. साहसी ,विजेता “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्रमादित्य – Vikramaaditya.: Name of a king of Ujjan who is supposed as founder of Vikram era. मालवा के राजा ,इनके नाम पर इनकी मृत्यु के पश्चात् विक्रम संवत प्रचलित हुआ था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्रम संवत् – Vikrama Sanvat.: An era established after 470 years of the salvation of Lord Mahavira. वीर निर्वाण के 470 वर्ष पश्चात् राजा विक्रमादित्य के नाम पर शुरू हुआ संवत “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्रमप्रबंध टीका – Vikramaprabandha Tikaa.: Name of a commentary book written by Acharya Shrutsagar. आचार्य श्रुतज्ञान द्वारा रचित ग्रन्थ “समय –ई.सन 1473-1533 “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्रम – Vikrama.: Name of a poet, the writer of ‘Nemicharit Granth’ (a treatise). एक जैन कवि ,नेमिचरित ग्रन्थ के रचयिता “