मृषापाप!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृषापाप–Mrashapaap. To speak a lie, a sin. 5 पापो में दूसरा पाप–असत्य भाषण या झूठ बोलना”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृषापाप–Mrashapaap. To speak a lie, a sin. 5 पापो में दूसरा पाप–असत्य भाषण या झूठ बोलना”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृषानंद–Mrashanand. Falsity, enjoying with resolution of cheating others. रौद्र ध्यान का भेद; दुसरो के ठगने के लिए झूठ बोलने के संकल्प का बार–बार चिंतवन करना”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वायुकायिक – Vaayukaayika.: Air-bodies beings (one sensed). स्थावर जीवों का एक भेद , वायु ही जिसका शरीर है उसे वायुकायिक जीव कहते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्धद्रव्यार्थिक नय – Shuddhadravyaarthika Naya. A viewpoint related to real entity or realness of matters. जो शुद्ध द्रव्य के अर्थरूप से आचरण करता है वह शुद्ध द्रव्यार्थिक नय है ” जैसे शुद्ध नय की अपेक्षा से जीव एक तथा शुद्ध है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्धद्रव्यार्थपर्याय नैगमनय – Shuddha Dravyaarthaparyaaya Naigama Naya. A standpoint related to distinct & indistinct description of a pure matter (Jiva) & one of its Artha Paryay. शुद्धद्रव्य व उसकी किसी एक अर्थपर्याय को गौण-मुख्यरूपसे विषय करने वाला नय “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध द्रव्य व्यंजनपर्याय नैगमनय – Shuddha Dravya Vyanjana Paryaaya Naigamanaya. A standpoint related to distinct & indistinct description of a pure matter (Pudgal) & one of its Vyjana paryaya. शुद्धद्रव्य व उसकी किसी एक व्यंजनपर्याय को गौण-मुख्यरूप से विषय करने वाला नय “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] म्रदु भाषण–Mradu Bhashan. Soft and sweet speech. मधुर एवं विनम्र वचन या उपदेश, भाषा समिति; प्रिय, मधुर या हितकारी वचनों का प्रयोग करना”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृदंगाकार–Mradngaakar. Truncated biconical shape, Drum–shaped. मृदंग के आकार का; ऊध्व्रलोक का आकार मृदंग जे समान है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्धद्रव्य नैगम नय – Shuddhadravya Naigama Naya. A standpoint pertaining to pure matters. शुद्धद्रव्य को विषय करने वाले संग्रह व व्यवहार नय “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृदंगमध्य व्रत–Mradngmadhya Vrat. A particular type of fasting. एक व्रत जिसमे क्रमशः 2,3,4,5,4,3,2 उपवास एवं बीच के खली दिनों में पारणा कीजाती है” इसमें23 उपवास 7 पारणाएँ की जाती है”