मृदंग!
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृदंग–Mradng. A drum, a double drum. एक मांगलिक वाघ; इसका खोल मिट्टी से निर्मित होने के कारण इसे मृदंग कहते है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृदंग–Mradng. A drum, a double drum. एक मांगलिक वाघ; इसका खोल मिट्टी से निर्मित होने के कारण इसे मृदंग कहते है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्धद्रव्य – Shuddhadravya The pure substances (Dharma- medium of motion, Adharma- medium of rest, Akash –sky & Kaltime). 6 द्रव्यों में धर्म, अधर्म, आकाश, कालशुद्ध द्रव्य हैं इनमें कभी विभाव परिणमन नहीं होता “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्धता – Shuddhataa. Purity, Sacredness. पवित्रता या निर्मलता; कर्मोदय का अभाव होने पर जीव में शुद्धता आती है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध चेतना – Shuddha Chetanaa. Right consciousness. ज्ञान अनुभूति स्वरुप या केवलज्ञानरूप चेतना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध चारित्र – Suddha Chaaritra. Absolute right conduct.निश्चय मोक्षमार्ग का एक अपरनाम ” वीतराग चारित्र “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृत्युभय–Mratyubhay. The fear of death. सात भयो में एक भय; मरने से डरना”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध उपलब्धि – Shuddha Upalabdhi. Attainment of pure spiritual knowledge. निश्चयरूप ज्ञान की प्राप्ति या अन्तरातमा का प्रत्यक्ष अनुभव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध उपयोग – Shuddha Upayoga. Right conduct or reflections. राग द्वेषादि रहित आत्मा के सन्मुख उपयोग, स्वानुभवरूप भाव “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृत्यु आशंका –Mratyu Aashanka. To wish for early death to severe pain (an infraction of holy death of a saint). मरणाशंसा– यह सल्लेखनाव्रत का दूसरा अतिचार है” पीड़ा से व्याकुल होकर शीघ्र मरने की इच्छा करना”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मृत्यु–Mratyu. Death. मरण; जीवो के प्राणों का विसर्जन या जीव का निष्प्राण हो जाना”