विशालप्रभ!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशालप्रभ – Vishalaprabha. Name of the 10th Jaina – Lord of Videh Kshetra (region). विदेह क्षेत्र के १० वें तीर्थकर का नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशालप्रभ – Vishalaprabha. Name of the 10th Jaina – Lord of Videh Kshetra (region). विदेह क्षेत्र के १० वें तीर्थकर का नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशालनयन – Vishalanayana. Name of the 4th Rudra among all 11. ११ रुद्रों में चौथा रूद्र अपरनाम वैश्वानर ” इसकी ऊंचाई ९० धनुष एवं आयु एक लाख पूर्व की थी “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशालकीर्ति – Vishalakirti. Name of a Bhattarak of Nandi.Group, A disciple of pandit Ashadhar. नंदिसंघ बलात्कारगण नागौर गद्दी के एक भट्टरक, समय – वि. स. १६०१, पं. आशाधरजी के प्रधान शिष्य में एक शिष्य “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशाखा – Vishakha. Name of a lunar. एक नक्षत्र ” तीर्थकर सुपाशर्वनाथ और पाशर्वनाथ का जन्म इसी नक्षत्र में हुआ था “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशाखाभूति – Vishakhabhuti. The younger brother of king Vishvabhuti who became ultimately a heavenly deity. राजग्रह नगरी के राजा विश्वभुती का छोटा भाई, पिता के दीक्षा लेने पर स्वयं ने भी दीक्षा लि और मरकर स्वर्ग में देव, स्वर्ग से आकर विजय नामक बलभद्र हुआ “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशाखदत्त – Vishakhadatta. The first Achary possessing knowledge of 11 Angas & 10 purvas (parts of shrutgyan-scriptural knowledge). ११ अंग १० पूर्व के ज्ञाता ११ मुनियों में प्रथम आचार्य ” अपरनाम विशाखाचार्य “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वायु – Vaayu.: Air,Wind,Breeze. हवा, पवन ” वायु भी सचित्त , अचित्त अनेक प्रकार की होती है ” प्राणायाम – ध्यान आदि में भी वायुमंडल , वायवी धारणाओं का प्रयोग किया जाता है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशाख – Vishakha. Name of the prime chief disciple of Lord Mallinath. तीर्थकर मल्लिनाथ के प्रथम गणधर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वायव्य – Vaayavya.: Name of a direction (of west-north angle). पश्चिम –उत्तर कोण वाली विदिशा “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशदावग्रह – Vshadavagraha. Decisive right apprehension. जो अवग्रह निर्णयरूप होता है उसे विशद अवग्रह कहते है “