विमलेश्वर!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विमलेश्वर – Vimalesvara. Name of the 18th Tirthankar of past era. भूतकालीन १८ वें तीर्थकर “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विमलेश्वर – Vimalesvara. Name of the 18th Tirthankar of past era. भूतकालीन १८ वें तीर्थकर “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विमलसागर (आचार्य) – Vimalasagara (Acharya). Name of a famous Digamber Acharya of 20th century, the chief diaciple of Acharya Mahavirkiti. आचार्य श्री महावीरकीर्ति महाराज के प्रमुख शिष्य एवं एक प्रभावक आचार्य ” इनकी प्रेरणा से सम्मेदशिखर में समवसरण मंदिर, तीस चौबीस मंदिर आदि निर्माण हुए तथा अनेक तीर्थों पर नवनिर्माण के साथ…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचिक व्युत्सर्ग– Vaachika Vyutsarga.: See- Vaachanika Vyutsarga. देखें – वाचनिक व्युत्सर्ग “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विमलवाहन – Vimalavahana. Name of the 7th kulkar and the 11th predes-tined Chakravarti. (emperor). सातवे कुलकर – मनु, इन्होंने जनता को हाथी – घोड़े आदि की सवारी का उपदेश दिया ” आगामी ११ वें चक्रवर्ती “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचिक विनय – Vaachika Vinaya.: To pay reverence to saints by eulogical speech. उपचार विनय का एक भेद; उपशांत ,सावद्य क्रियारहित, अभिमान रहित वचन गुरुओं –साधुओं के सामने बोलना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विमलप्रभ – Vimalaprabha. Name of the 4th Jaina-Lord of the past era and name of a protecting peripatetic deity of kshirvar ocean. भूतकालीन चौथे तीर्थकर, क्षीरवरसमुद्र का एक रक्षक व्यंतर देव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचिक – Vaachika.: To pay reverence eulogically (directly or indirectly). उपचार विनय के 3 भेदों में एक भेद ; वचनों अर्थात गुणानुवाद द्वारा प्रत्यक्ष या परोक्ष विनय करना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विमल पुराण – Vimala Purana. Name of a treatise written by Brachmachari Krishndas (a celibate) ब्र. कृष्णदास (ई. १६१७) द्वारा रचित संस्क्रत छंद बध्द एक ग्रंथ ” इसमें १० सर्ग हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचा शरीर विवेक – Vaachaa Sharira Vivek.: Not to say others for the protection of one-self (a kind of wisdom). विवेक का एक भेद ; शरीर को तुम पीड़ित मत करो अथवा मेरा रक्षण करो इस प्रकार के वचन न कहना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचा वैयावृत्त्य विवेक – Vaachaa Vaiyaavrttya Vivek.: Not to allow others to serve oneself (a kind of discrimination). विवेक का एक भेद, तुम मेरी वैयावृत्त्य मत करो ऐसे वचन बोलना “