शिष्य!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिष्य – Shishya. Disciple, Follower, A pupil. चेला, विद्यार्थी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिष्य – Shishya. Disciple, Follower, A pupil. चेला, विद्यार्थी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिशुपाल – Shishupaala. Name of a famous king who was killed by Krishna according to jaina scriptures. राजा मेषज एवं रानी मद्री का पुत्र, इसके तीन नेत्र थे ” किसी निमित्तज्ञानी ने बताया था कि जिसके देखने से इसका तीसरा नेत्र नष्ट होगा वही इसका हन्ता होगा ” माता-पिता उसे एक बार कृष्ण के…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिविका – Shivikaa. A palanquin. पालकी; जो मनुष्यों के द्वारा उठाकर ले जायी जाती वह शिविका कहलाती है, तीर्थंकरों के दीक्षावन जाने के लिए देवों द्वारा स्वर्ग से पालकी लायी जाती है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिवादेवी – Shivaadevee. Mother’s name of Lord Neminath. भगवान नेमिनाथ की माता, महाराज समुद्रविजय की महारानी का नाम “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मिश्र दोष–Mishra Dosh. A fault of food–donation to Jain saints. आहार के 16 उद्गम दोषों में एक दोष; प्रासुक तयार हुआ आहार अन्यवेषधारिओ तथा ग्रहस्थी केसाथ–साथ सयमीसाधुओ को भी देने का संकल्प करना मिश्र दोष है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मिश्र गुणस्थान–Mishra Gunsthan. Third model spiritual stage–a mixed stage of different contradictory virtues. तीसरा गुणस्थान; अपर नाम सम्यग्मिथ्यात्व है, इसमें जीव के परिणाम सम्यक्त्व और मिथ्यात्व से मिश्रित होते है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मिश्रकेशी–Mishrakoshi. A female deity residing on ruchak mountain who serves the mother of Jaina Lord. रुचकपर्वतनिवासिनी दिक्कुमारी देवी” यह चमर लेकर जिन्मता की सेवा करती है”
[[श्रेणी :शब्दकोष ]] मिश्र काल–Mishra Kaal. The time period upto the completion of body. जब तक शरीर पर्याप्ति पूर्ण ना हो तब तक का काल”
[[श्रेणी :शब्दकोष ]] मिश्र कायओग– Mishra Kayayoga. Bodily activities taking place upto complete formation of body. जब तक शरीर पर्याप्ति पूर्ण नहीं होती तब तक होने वाले काययोग को मिश्रकयायोग कहते है”
[[श्रेणी :शब्दकोष ]] मिश्र औदरिक कयायोग–Mishra Oudarik Kayayoga. See –Oudarik Mishra Kayayoga. देखे–औदरिक मिश्रकयायोग”