वचनबल ऋद्धि!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचनबल ऋद्धि – Vachanbala Riddhi.: A type of super natural power of speech. बल ऋद्धि का एक भेद; जिसके प्रभाव से साधु श्रमरहित होता हुआ एक मुहर्त काल में द्वादशांग को जानता व उसका उच्चारण करता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचनबल ऋद्धि – Vachanbala Riddhi.: A type of super natural power of speech. बल ऋद्धि का एक भेद; जिसके प्रभाव से साधु श्रमरहित होता हुआ एक मुहर्त काल में द्वादशांग को जानता व उसका उच्चारण करता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचनप्राण – Vachanprana.: Power of speech. जीव के 10 प्राणों में से एक प्राण; जीव की वचन व्यापर में कारणभूत योग्यता या शक्ति “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचनप्रवृति – Vachanpravrtti.: Speaking activities. जीव की बोलने हेतु प्रयत्न रूप क्रिया या प्रवृति “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन प्रयोग कर्म – Vachan Prayoga karma.: A type of Prayoga karma (Pertaining to speech). प्रयोग कर्म के 3 भेदों में एक – जो संसार अवस्था में स्थित जीवों के और सयोग केवलियों के होता हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन प्रत्याख्यान – Vachan Pratyaakhyaana.: Utterance for not repeating something wrong. प्रत्याख्यान (त्याग) का एक भेद; में भविष्य में अपने व्रतों में अतिचार नहीं लगाऊंगा ऐसा बोलना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन (परुष) – Vachan (Parusha).: Cruel or harsh language. असत्य वचन; अहितकारी , कठोर , मर्मछेदी वचन “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन पथ – Vachan Patha.: Theory of different view points. वचन मार्ग; कहने के जितने मार्ग है उतने ही नयवाद अर्थात नय के भेद हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचननिर्विष ऋद्धि – Vachananirvisha Riddhi. A type of super natural power causing something poisonous into poisonless. ऋद्धि का एक भेद ; जिसके प्रभाव से रोग और विष से युक्त जीव या भोजन भी ऋषि – वचन द्वारा निर्विष हो जातें है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन गोचरातीत – Vachan Gocharaatita.: That which can not be expressed in words. जिसका वचन के द्वारा कथन न किया जा सके ” जैसे – अरिहंत भगवान के अनंत गुणों का वचनों के द्वारा वर्णन करना अशक्य हैं “