लोकव्यवहार!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकव्यवहार – Lokavyavahaara. : Worldly dealings. सामाजिक शिष्टाचारयुक्त व्यवहार “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकव्यवहार – Lokavyavahaara. : Worldly dealings. सामाजिक शिष्टाचारयुक्त व्यवहार “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुराष्ट्र – Suraashtra. A country of western Arya Khand (region) in Gujarat state. पश्चिम आर्यखण्ड का एक देष (गुजरात प्रांत का एक भाग) अपरनाम सोरठ ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकविभाग – Lokavibhaaga.: Name of a treatise written by saint Sarvnandi. सर्वनंदी कृत एक ग्रंथ ,जिसमे लोक के स्वरूप का वर्णन है “समय –ई. 458 “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकविनिश्चय – Lokavinishcaya.: Name of a Prakrit treatise. एक प्राकृत भाषा का ग्रन्थ ,इसके लेखक का नाम व समय अज्ञात है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुरालय – Suraalaya. Another name of Sumeru mountain. सुमेरू पर्वत का एक अपरनाम ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोक विचय – Lok Vishya:. Contemplation about the shape of Teen Lok (Three world), Madhya Lok(middle world) etc. तीन लोक के आकार का ,मध्यलोक के आकारादि का चिंतन लोक विषय धर्मध्यान कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकवाद – Lokavaada.: Name of a doctrine believing worldly traditions as religion. एक एकांत मत ;एकवाद “लोक में जो प्रवृति हो उसे ही एकांत से धर्म मानने वाले “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकमूढ़ता –Lokmoodhtaa.: False tradition or false ritualistic belief (superstition). लोक में धर्म के नाम से मणि हुई मूढ़ता या अन्धविश्वास “जैसे नदी या समुद्र में स्नान करना , पर्वत करना , बालू –पत्थरों का ढेर लगाना , अग्नि में जलना आदि को धर्म समझकर करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकबिंदुसार – Lokabindusaar. The 14th Purva (a part of Shrutgyan – scriptual knowledge) containing mathematical knowledge). 14वां पूर्व ,इसमें बारह करोड़ 50 लाख पद हैं “इन पदों में अंक राशि ,8 प्रकार के व्यवहार की विधि तथा राशि परिकर्म आदि गणित तथा समस्त श्रुत संपदा का वर्णन है “