उपभोगपरिभोग!
उपभोगपरिभोग Consumption, Enjoyment . वस्त्र आभूषण आदि बराबर भोगने वाली वस्तु को उपभोग एंव खान-पान आदि एक बार भोगने वाली वस्तु को परिभोग(भोग) कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपभोगपरिभोग Consumption, Enjoyment . वस्त्र आभूषण आदि बराबर भोगने वाली वस्तु को उपभोग एंव खान-पान आदि एक बार भोगने वाली वस्तु को परिभोग(भोग) कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपभोग Consumption, Enjoyment of non consumable things . वस्त्र अलंकार आदि उपभोग कहलाते हैं अर्थात् भोग करके फिर भोगने योग्य होना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपबृंहण Strengthening faith, Development of one’s spiritual qualities. उत्तमक्षमादि भावनाओं के द्वारा आत्मगुणों की वृद्धि करना। अपरनाम उपगूहन।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपबृंहक See – Upagýhana . आत्मगुणों को बढ़ाने वाला देखें-उपगूहन।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपपाश्र्वसभा Subplace (a hall) in the residence of peripatetic deities . व्यंतर देवों के भवनों में पश्चिम उत्तर दिशा में स्थित एक ग्रह।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपपादयोग स्थान The place of soul before incarnation . योगों का स्थान अर्थात् आत्मा के प्रदेशों का सकंप जो नवीन शरीर धारण करने के पहले समय में होता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपपादज Hellish and heavenly souls – Infernal beings, Indras etc. उपपाद जन्म से उत्पन्न होने वाले देव-नारकी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपपादगृह” ‘Place of birth of Indras etc. स्वर्ग के इन्द्र की उत्पत्ति का ग्रह यह मानस्तम्भ के पास आठ योजन चैडा इतना ही लम्बा ऊँचा होता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उपपादक्षेत्र Regional place of birth (of Indras etc.). उपपाद का क्षेत्र।[[श्रेणी:शब्दकोष]]