प्रोषध!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रोषध – अश्टमी, चतुर्दषी आदि पर्व के दिन उपवास अथवा एक बार भेजन करना। Prosadha- Fasting or one time eating
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रोषध – अश्टमी, चतुर्दषी आदि पर्व के दिन उपवास अथवा एक बार भेजन करना। Prosadha- Fasting or one time eating
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधावली- कर्म बंध होने के बाद आवली मात्र का-उदय, उदीरणादि रुप न होना, यही आवलीकाल बंधावली हैं इसे आवाधावली- अचलावली भी कहते है। Bandhavali- non fruitional period of karmas after their binding
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रशध- अश्टमी, चतुर्दषी आदि पर्व के दिन उपवास अथवा एक बार भेजन करना। Prosadha- Fasting or one time eating
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधाभाव गति- एरण्डबीज आदि की बंध के अभाव से होने वाली गति। Bandhabahava Gati- A type of motion
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रोक्षण विधी- प्रतिमा की प्रतिश्ठा के समय की जाने वाली एक विधि; पंचकल्याणक प्रतिश्ठा में सौभाग्यवती सित्रयों द्वारा आकार षुद्धि की क्रिया में भगवान की प्रतिमा में मंत्रपूर्वक जो चंदन लेपन कराया जाता है, उसका नाम प्रोक्षण विधी है, इसक सम्प्रोक्षण विधि भी कहते है। Praksana Vidhi- A prescribed ritual procedure for the installation…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रेस्य प्रयोग- देषव्रत का एक अतिचार; मर्यादा के बाहर सेवक को भेजकर काम कराना। Presya prayoga- A type of violation, to do something out of limit
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधापसरण- देखें- बंध अपसरण। Bandhapasarana- See bandha Apsarana
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधहेतु- मिथ्यादर्शन, अविरति, प्रमाद, कषाय, और योग ये समस्त बन्ध हेतु अर्थात् बन्ध के कारण है। Bandhahetu- Causes (different type of nature) of binding of karmas
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधस्वामित्व- कर्म सिद्धान्त विषयक एक ग्रंथ। Bandhasvamitva- Name of a book
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधस्पर्श – निक्षेप रुप स्पर्श का एक भेद; औदारिक, वैक्रियक, आहरक, तैजस और कार्मण शरीर बंध स्पर्श है। Bandhasparsa- Body formation caused due to karmic Binding