भ्रष्ट मुनि!
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भ्रष्ट मुनि:Deviated saints. इन्द्रिय और कषायों के अधीन रहने वाले साधु “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भ्रष्ट मुनि:Deviated saints. इन्द्रिय और कषायों के अधीन रहने वाले साधु “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भ्रमराहार:Accepting food-donation by saints without causing any difficulty to the donor. दाताओं को किसी भी प्रकार की बाधा पहुँचाये बिना मुनि द्वारा कुशलता से आहार लिया जाना ” इसे भ्रामरी वृत्ती भी कहते है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भ्रमणकाल:The infinite time period of mobility (transmigration) of soul. संसार परिभ्रमण का काल जो अनंत है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भ्रमण:Transmigration, Wandering, Mobility. अनंत जीव प्रदेशों में घूमना, चक्कर लगाना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भौमनिमित्तज्ञान:A type of super natural knowledge pertaining to the earthly treasures. अष्टांग निमित्तज्ञान का एक अंग; इससे पृथ्वी के स्थान आदि के भेद से हानि, वृधि तथा पृथ्वी के भीतर रखे हुए रत्न आदि का पता लगाया जाता है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भौम :A peripatetic deity, A kind of earthen bodied beings, A type of knowledge. व्यंतरदेव, पृथिवीकायिक जीव, अष्टांग निमित्तज्ञान का एक अंग “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोज्यशूद्र:A lower division of people of society. कारू शूद्र का एक भेद “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजनांग जातीय कल्पवृक्ष :A type of wish fulfilling trees. कल्पवृक्षों की एक जाति; ये भोग भूमि के मनुष्यों के लिए इच्छितछःप्रकार के रसों से युक्त स्वादिष्ट भोजन सामग्री प्रदान करते है “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजन संपात:A type of obstacle in food donation to saints. आहारांतराय का एक भेद; साधु को आहार देते समय दाता के हाथ से आहार सामग्री का नीचे गिर जाना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोजनपान:Taking of particular prescribed food. प्रासुक भोजन ग्रहण करना “