पिष्टाक!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिष्टाक – Pistaka. Name of the 28th Indrak or Patal (layer) of Saudharma Ishan Yugal heaven. सौधर्म ईशान युगल के २८ वें इन्द्रक या पटल का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिष्टाक – Pistaka. Name of the 28th Indrak or Patal (layer) of Saudharma Ishan Yugal heaven. सौधर्म ईशान युगल के २८ वें इन्द्रक या पटल का नाम “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भरतसागर (आचार्य) – Bharatasagara (Acarya). 1) Name of the chief disciple of Acharya Vimalsagar. 2) Name of a saint, the disciple of Acharya Shri Sumatisagar Maharaj. १) आचार्य श्री विमलसागर महाराज के पट्टाचार्य ” इनकी प्रेरणा से अनेक ग्रंथो का प्रकाशन हुआ है ” (समय –ई. श.२०) ” २ ) आचार्यश्री सुमतिसागर…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिष्टपेषण – Pistapesana. The act of grinding what has already been ground, useless repetition. किये हुए अर्थ या कार्य को निरर्थक रूप से दुबारा करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिशाच देव – Pisaca Deva. A type of peripatetic deities. व्यंतर देवों के दस भेदों में से एक भेद “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्योनदशमी व्रत – Nyinadashamee Vrata. A type of vow (fasting). दस दशमी के उपवास करना ” यह श्वेताम्बर आम्नाय में प्रचलित है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिलखन फल – Pilakhana Phala. A non-edible fruit. एक अभक्ष्य फल “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिपीलिका – Pipilika. The ant (3 sensed beings). चींटी. इनके तीन इंद्रिय- स्पर्शन, रसना, घ्राण होती हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यून – Nyoona. Deficient, Lacking, Wanting. कम किया हुआ, घटाया या छोटा किया हुआ “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भरतकूट – Bharatakuta. Name of summits of Vijayardh & Himvan moun- tains. विजयार्ध पर्वत की उत्तर व दक्षिण श्रेणियों पर स्थित कूट एंव हिमवान् पर्वत पर स्थित एक कूट “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिपासा परीषह – Pipasa Parisaha. Affliction of thirst. २२ परीषहों में एक परीषह; साधुओ का खेद रहित होकर प्यास की बाधा को सहना “