पिपासा!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिपासा – Pipasa. Thirst, Desire, Craving. प्यास, तृष्णा, लालच “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिपासा – Pipasa. Thirst, Desire, Craving. प्यास, तृष्णा, लालच “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यासापहार – Nyaasaapahaara. Misappropriation, a type of false behaviour. सत्याणुव्रत का अतिचार; कोई व्यक्ति धरोहर रख जाए और भूल से कम मांगे तो उसको उसकी भूल न बताकर जितनी वह मांगे उतनी ही दे देना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भरतक्षेत्र – Bharataksetra. Name of a great region. जंबूद्वीप के ७ क्षेत्रों में प्रथम क्षेत्र, इसके ५ म्लेच्छ, १ आर्य ऐसे ६ खंण्ड हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पित्त – Pitta. Bile (a bitter fluid secreted by the liver). औदारिक शारीर में यकृत द्वारा स्त्रावित पित्त नामक धातु “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पितृकायिक – Pitrkayika. A type of deities. आकाशोपपन्न देवों के १२ भेदों में एक भेद “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिता – Pita. Father, Name of a presiding deity of a lunar ‘Magha’. जनक, मघा नामक नक्षत्र के अधिपति देवता का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिटारे – Pitare. A type of heavenly baskets (containing ornaments & jewels for Tirthankars) related to the Manstambha of Saudharma heaven. सौधर्म स्वर्ग के मानस्तंभों में रत्नों की सांकल में लटके पिटारे कहलाते हैं जिनमें से देवगण तीर्थंकरों के लिए भोजन, वस्त्र, आभूषण आदि लाते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यास – Nyaasa. Installation, Entrusting. रखना; निक्षेप, लोक व्यवहार नाम, stस्थापनादि “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिच्छिका – Picchika. An auspicious article made with pecock- feathers which are turned down naturally while dancing of a pecock. it is used by Digambar Jaina saints. दिगम्बर साधु- साध्वियों की पहचान का बाहा चिन्ह, यह मयूर के द्वारा स्वतः छोड़े गए पंखो से बनायीं जाती है एवं जीवदया पालन हेतु संयम का उपकरण…