ध्यान साधना (हिन्दी)
पूज्य माता जी द्वारा इस पुस्तक में सर्वप्रथम ध्यान का लक्षण ध्यान कहां करें, कैसी मुद्रा हो ,कैसे शुभारंभ करें इस बात को बताते हुए पिंडस्थ ध्यान की पांच धारणाओं का बहुत सुंदर वर्णन किया गया है ,रूपस्थ ध्यान में समवसरण के ध्यान को बताया गया है, और साथ ही ध्यान के सूत्रों का भी वर्णन किया गया है ।
इस पुस्तक में प्राणायाम एवं सूक्ष्मयोगासन की 16 विधियों का भी वर्णन किया गया है।
इस पुस्तक को पढ़कर ध्यान प्राणायाम योगासन करके अपने जीवन को स्वस्थ रखें यही मंगल कामना है।