बीसपन्थ!
बीसपंथ अाम्नाय में पंचामृत अभिषेक होता है”स्त्रियों द्वारा अभिषेक भी होता है”एवं फल फूल भी भगवान के पूजा अभिषेक में चढ़ाये जाते है”
बीसपंथ अाम्नाय में पंचामृत अभिषेक होता है”स्त्रियों द्वारा अभिषेक भी होता है”एवं फल फूल भी भगवान के पूजा अभिषेक में चढ़ाये जाते है”
गणिनी आर्यिका ज्ञानमती माताजी ‘‘जिनके सम्मान में यह पुरस्कार स्थापित है’’ जन्मस्थान-टिकैतनगर (बाराबंकी) उ.प्र. जन्मतिथि-आसोज सुदी १५ (शरदपूर्णिमा) वि. सं. १९९१, (२२ अक्टूबर १९३४) जाति-अग्रवाल दि. जैन, गोत्र-गोयल, पूर्व नाम-कु. मैना माता-पिता-श्रीमती मोहिनी देवी एवं श्री छोटेलाल जैन आजन्म ब्रह्मचर्य व्रत-ई. सन् १९५२ में बाराबंकी में शरदपूर्णिमा के दिन क्षुल्लिका दीक्षा-चैत्र कृ. १, ई. सन्…