श्री पार्श्वनाथ स्तुति
श्री पार्श्वनाथ स्तुति प्रदीपकुमार जैन, बहराइच (उ.प्र.) आज आया शरण पार्श्व प्रभुवर तेरी। विनती करता हूँ मैं सुन लो विनती मेरी।। पौष कृष्णा एकादशी थी शुभ तिथि। जन्में प्रभुवर नगर वाराणसि धन्य थी।। मात वामा की गोदी में खेले प्रभू । पालनें में झुलावें माँ झूलें प्रभू ।। नाग नागिन का उद्धार तुमने किया। तुम...