अकस्मात भय!
अकस्मात भय A fear of unexpected adversity. ७ भयों में से एक भय;अचानक किसी आपत्ति के आ जाने का भय।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकस्मात भय A fear of unexpected adversity. ७ भयों में से एक भय;अचानक किसी आपत्ति के आ जाने का भय।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकलंक स्तोत्र A spiritual hymn, praising hymn. आचार्य अकलंक भट्ट (ई० ६२०-६८०) द्वारा संस्कृत में रचित जिन-सतितरा।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकषायी Passion-free living beings. कषाय रहित या तीव्र कषाय रहित जीव।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकर्म Non functional, Pure-meditation. अनुदय रूप कर्म प्रकृतियों के निषेक एक समय तक स्वरुप में रहकर तीसरे समय में अकर्मभाव का प्राप्त होते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकलंक भट्ट A famous Jain Acharya (religious leader), author of Tatvarth Rajvartik. एक प्रसिद्द आचार्य(ई० ६२०-६८०) ,तत्वार्थ राजवार्तिक के करता,जिन्होंने शास्त्रार्थ कर बौद्ध साधुओं को परास्त किया था.अकलंक देव आपका नाम और भट्ट पूज्यतावाचक पद है.इनका नाम भट्टाकलंक देव भी है. ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकारण दोष Non-casual fallacy/fault. बिना कारण कोई दोष हो जाना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकषाय वेदनीय A quasi passional karma. जिस कर्म के उदय से जीव नो कषाय का वेदन (अनुभव) करता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकलंक प्रतिष्ठा पाठ A book written by ‘Aklankdev Bhatta’. अक्लान्क्देव भत्ता द्वारा रचित संस्कृत में एक रचना जो दक्षिण भारत में प्रचलित है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अंबरीष असुरकुमार भवनवासी देवों का एक भेद। जो नरक में जाकर नारकियों को आपस में लडाते हैं ।A type of residential deities.[[श्रेणी:शब्दकोष]]
धृतराष्ट्र की मॉं (हरिवंश पुराण के अनुसार), नेमिनाथ भगवान की यक्षिणी (अपरनाम कूष्माण्डी देवी) । [[श्रेणी:शब्दकोष]] The name of Dhritrashtra’s mother, The female demigod of Jaina-Lord Neminath.