पल्योपम!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पल्योपम An innumerable quantity of years. उपमा प्रमाण काल या असंख्यात वर्ष।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पल्योपम An innumerable quantity of years. उपमा प्रमाण काल या असंख्यात वर्ष।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पांडु A dominion of chkravrti (emperor), father name of 5 pandavas (the great warriors) name of an Acharya having knowledge of 11 angas. चक्रवर्ताी की नवनिधियों मे से एक, पांच पाण्डवो के पिता का नाम, 11 अंग के ज्ञाता 5 आचार्यांे मे तीसरे आचार्य।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पलाशगिरि A diggajendra mountain in bhadrashal forest भद्रशाल वन मे स्थित एक दिग्गजेन्द्र पर्वत।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पाॅचाल A county of Bharat Kshetra in middle aryakhand (region) भरतक्षेत्र मध्य आर्यखण्ड का एक देश।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वपल्य A measure of time. समय के मापन की इकाई। एक योजना लम्बे चैड़े और गहरे गर्त को भोगभूमि मे जन्मे नवजात शिशु-भेड़ के बालो के अप्रभाग से ठोक-ठोक कर भरने के उपरांत सौ सौ वर्ष के बाद एक-एक रोमखण्ड निकालते हुए रित्त करने मे जितना समय लगे वह पल्य है। इतने काल को…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पल्लव विधान व्रत A type of vows fasting with particular procedure. विधि पूर्वक 25 उपवास अथवा 4 तेला, 7 बेला व 48 उपवास करना।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पांडवपुराण Name of a great book written by Acharya Shubhachandra and other books written by Yashakirti & by Vadichandra Acharya. आचार्य शुभचन्द्र (ई0 1551) द्वारा संस्कृत भाषा मे लिखा गया पुराण। यशः कीर्ति (वि0 1535-1613), वादिचन्द्र ई0 1601 आदि आचार्यों द्वारा इस नाम के ग्रंथ रचे गये।
क्या है सत्रह ? १. श्रावकों के सत्रह नियम—(इनकी मर्यादा करें) (१) भोजन (२) सचित्त वस्तु (३) गृह (४) जलपान (५) विलेपन (६) तांबूल (७) पुष्प सुगंध (८) नृत्य (९) गीत—श्रवण (१०) स्नान (११) ब्रह्मचर्य (१२) आभूषण (१३) वस्त्र (१४) शय्या (१५) औषध (१६) सवारी (१७) दिशा गमन। २.असंयम के सत्रह स्थान—(यहाँ संयम रखें) (१)…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पलाय मरण Death of a saint who escapes from religious duties. सर्व कृतिकर्म व्रत समिति आदि धर्मध्यान व नमस्कार आदि से दूर भागने वाले मुनि का मरण, अपरनाम बलाकमरण।
[[श्रेणी:शब्दकोष]][[श्रेणी:पुत्र]] निषध – Nishadha. A mountain of Jambudvip (island), Name of a king of Yadu dynasty, The son of Baldev. जम्बूद्वीप के षट्कुलाचकों में से तीसरा कुलाचल (पर्वत), यदु (यादव) वंश का एक राजा, बलदेव का एक पुत्र, निषध देश का अर्धरथ नृप “